BCCI ने घोषित किया युवा भारतीय टीम का स्क्वाड, आयुष महत्रे को कप्तान बनाया, पाकिस्तान के साथ 14 दिसंबर को मुकाबला
भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने 28 नवंबर, 2024 को दुबई में आयोजित होने वाले BCCI के तहत ACC पुरुष युवा एशिया कप 2025दुबई के लिए 16 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी। आयुष महत्रे, मुंबई के युवा बल्लेबाज, टीम के कप्तान बने, जबकि पंजाब के विहान मल्होत्रा उपकप्तान की भूमिका निभाएंगे। यह घोषणा बोर्ड के सचिव देवजीत सैकिया के द्वारा मुंबई के वांखेड़े स्टेडियम से जारी मीडिया विज्ञप्ति के माध्यम से की गई। और यहां एक बात साफ है — यह टीम सिर्फ एक युवा टूर्नामेंट के लिए नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य की नींव है।
पाकिस्तान के साथ मुकाबला, दुबई में बड़ा ड्रामा
भारत और पाकिस्तान के बीच युवा स्तर पर भी जुनून बरकरार है। इस बार दोनों टीमें ग्रुप ए में एक साथ हैं, और उनका मुकाबला 14 दिसंबर, 2025 को The Sevens Stadium, दुबई में होगा। यह मुकाबला सिर्फ एक ग्रुप मैच नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता का आगे का अध्याय है। अगर आपको याद है, सितंबर 2025 में सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत ने सीनियर एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान को हराया था — अब युवा पीढ़ी भी उसी जुनून के साथ उतरेगी।
टीम में नए नाम, नए उम्मीदवार
टीम में सबसे चर्चित नाम है वैभव सूर्यवंशी, बिहार के युवा बल्लेबाज। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के युवा टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन किया है, और अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाने का मौका मिला है। वैभव के साथ दो विकेटकीपर भी शामिल हैं — अभिज्ञान कुंडू और हरवंश सिंह। यह फैसला चुनाव समिति की बुद्धिमानी का परिणाम है। जब आपके पास दो विकेटकीपर हों, तो आप बल्लेबाजी के अनुसार टीम को बैलेंस कर सकते हैं।
किशन कुमार सिंह का घायल होना, चिंता का कारण
लेकिन एक बात चिंता का विषय है — किशन कुमार सिंह, टीम के महत्वपूर्ण सदस्य, अभी फिट नहीं हैं। उन्हें टूर्नामेंट से पहले फिटनेस टेस्ट पास करना होगा। अगर नहीं पास करते हैं, तो चार स्टैंडबाय खिलाड़ियों — राहुल कुमार, हेमचुदेशन जे., B.K. किशोर और आदित्य रौवत — में से कोई एक उनकी जगह लेगा। यह एक ऐसा स्थिति है जिसमें टीम का बैलेंस बिगड़ सकता है। किशन की अनुपस्थिति टीम के बल्लेबाजी क्रम में खालीपन पैदा कर सकती है।
चुनाव समिति की रणनीति: दृढ़ता और लचीलापन
चुनाव समिति की अध्यक्षता शिव सुंदर दास कर रहे हैं, जो पिछले कई सालों से युवा क्रिकेट के लिए एक निर्णायक आकृति रहे हैं। उन्होंने विनू मांकड़ ट्रॉफी, कूच बेहार ट्रॉफी और चैलेंजर ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट्स में खिलाड़ियों का निरंतर निरीक्षण किया। दिलचस्प बात यह है कि राहुल द्रविड़ के बेटे अन्वय द्रविड़, जिन्होंने कर्नाटक की कप्तानी की थी, टीम में नहीं बने। यह बताता है कि चुनाव समिति केवल नाम नहीं, बल्कि प्रदर्शन और टेम्परेमेंट पर नजर रख रही है।
टूर्नामेंट का रास्ता: ग्रुप से फाइनल तक
टूर्नामेंट 12 दिसंबर से 21 दिसंबर, 2025 तक दुबई में आयोजित होगा। भारत का पहला मैच 12 दिसंबर को ICC एकेडमी ग्राउंड पर क्वालीफायर-1 के खिलाफ होगा। फिर 14 दिसंबर को पाकिस्तान, और 16 दिसंबर को क्वालीफायर-3 के खिलाफ। टॉप दो टीमें 19 दिसंबर को सेमीफाइनल में पहुंचेंगी, और फाइनल 21 दिसंबर को निर्धारित है। यह एक घनी शेड्यूल है — दो हफ्ते में चार मैच, और हर एक महत्वपूर्ण।
युवा क्रिकेट का भविष्य: भारत की विरासत
भारत ने युवा क्रिकेट में अपनी विरासत बनाई है — 2018 में युवा विश्व कप जीता, 2022 में युवा एशिया कप जीता। अब यह टीम उसी विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश करेगी। यह टूर्नामेंट सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि भविष्य के स्टार्स के लिए एक ब्रिज है। रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह — सभी ने युवा टूर्नामेंट्स से अपना रास्ता शुरू किया। आयुष महत्रे की टीम भी इसी रास्ते पर चल रही है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आयुष महत्रे कौन हैं और उन्हें कप्तान क्यों चुना गया?
आयुष महत्रे मुंबई के एक तेज बल्लेबाज हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय युवा टूर्नामेंट्स में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। उनकी शांत प्रकृति, निर्णय लेने की क्षमता और टीम के साथ बढ़िया संवाद के कारण चुनाव समिति ने उन्हें कप्तान बनाया। वह बल्लेबाजी के साथ-साथ बल्ले से गेंदबाजी का भी समर्थन करते हैं — यही उन्हें नेतृत्व के लिए योग्य बनाता है।
पाकिस्तान के खिलाफ मैच का महत्व क्या है?
भारत-पाकिस्तान का मुकाबला सिर्फ एक ग्रुप मैच नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक घटना है। यह मैच देश भर में लाखों दर्शकों को आकर्षित करेगा और युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा टेस्ट होगा। यह मैच उनके दबाव में खेलने की क्षमता का परीक्षण करेगा — जो भविष्य में सीनियर टीम के लिए जरूरी है।
किशन कुमार सिंह के फिट न होने का क्या प्रभाव होगा?
अगर किशन कुमार सिंह फिट नहीं हुए, तो टीम को बल्लेबाजी के बीचोंबीच एक अहम खिलाड़ी का नुकसान होगा। वह दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं जो अंतिम ओवरों में गेंदबाजी का सामना कर सकते हैं। उनकी जगह लेने वाला खिलाड़ी तुरंत दबाव में आ जाएगा, जिससे टीम का संतुलन प्रभावित हो सकता है।
दो विकेटकीपर क्यों चुने गए?
चुनाव समिति ने दो विकेटकीपर चुने क्योंकि युवा क्रिकेट में फील्डिंग और विकेटकीपिंग का रोल बहुत बड़ा होता है। एक विकेटकीपर बल्लेबाजी के लिए रह सकता है, जबकि दूसरा गेंदबाजी के दौरान फोकस रख सकता है। यह रणनीति टीम को अलग-अलग मौकों पर लचीलापन देती है।
इस टीम से भविष्य में कौन से खिलाड़ी सीनियर टीम में आ सकते हैं?
वैभव सूर्यवंशी और आयुष महत्रे सबसे बड़ी उम्मीद हैं। अगर वैभव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो वे जल्द ही भारत के टॉप ऑर्डर में आ सकते हैं। आयुष की नेतृत्व क्षमता उन्हें भविष्य में टीम इंडिया के कप्तान बनने का रास्ता दे सकती है। यह टीम भारत के क्रिकेट के अगले दशक की नींव है।
यह टूर्नामेंट भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
यह टूर्नामेंट सिर्फ एक युवा प्रतियोगिता नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए एक टेस्ट है। अगर यह टीम ट्रॉफी जीतती है, तो यह युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा आत्मविश्वास का संकेत होगा। इसके साथ ही, यह दिखाता है कि भारत के युवा क्रिकेट का प्रणाली अभी भी शक्तिशाली है — जो विश्व कप और एशिया कप जीतने की क्षमता रखता है।
Narinder K
नवंबर 30, 2025 AT 11:11ये टीम देखकर लग रहा है BCCI ने अभी तक का सबसे बेकार स्क्वाड बनाया है। वैभव सूर्यवंशी को तो बिहार के लिए बुलाया था ना, अब ये नेशनल टीम में कैसे आ गया? 😅
Narayana Murthy Dasara
दिसंबर 1, 2025 AT 10:24अच्छा हुआ कि आयुष को कप्तान बनाया गया। ये लड़का शांत है, बात करने में अच्छा है, और टीम के साथ अच्छा रिश्ता रखता है। ये चीजें बहुत जरूरी होती हैं, खासकर जब युवा खिलाड़ी दबाव में होते हैं।
lakshmi shyam
दिसंबर 2, 2025 AT 12:02किशन कुमार सिंह को बाहर कर दिया? ये टीम तो बिल्कुल बेकार है। बिना उसके ये टीम दुबई में बस एक घूमने की यात्रा बन जाएगी। चुनाव समिति को बदल देना चाहिए।