Dabang Delhi ने Bengal Warriors को 37-31 से हराया, कोलकाता में अजेय श्रृंखला टूटी

Dabang Delhi ने Bengal Warriors को 37-31 से हराया, कोलकाता में अजेय श्रृंखला टूटी

जब Meraj Sheykh, ईरानी राइडर और Dabang Delhi K.C. का मुख्य खिलाड़ी, ने अंतिम क्षण में सुपर राइड मारकर 13 अंक जुटाए, तब Maninder Singh ने Bengal Warriors के लिए 9 अंक कर दिखाए; यह मुकाबला Netaji Subhash Chandra Bose Indoor Stadium, Kolkata में 23 दिसंबर 2018 को हुआ, और प्रो कबड्डी लीग 2018-19 के मंच पर दोनों टीमों ने पहले ही प्ले‑ऑफ़ की टिकट सुरक्षित कर रखी थी। लीग का आयोजन Mashal Sports ने किया, जबकि अंतिम फाइनल में Bengaluru Bulls ने Pawan Sehrawat के नेतृत्व में जीत दर्ज की।

मैच का सारांश और प्रमुख क्षण

पहले मिनट में Maninder Singh ने सुपर राइड कर 3‑0 की बढ़त बना ली, पर Dabang Delhi K.C. ने तुरंत जवाब दिया और चार मिनट के भीतर 4‑3 की लीड ली। 11वें मिनट में Singh ने दो‑अंक वाली राइड से 10‑8 की अस्थायी बढ़त बनाई, लेकिन घर की टीम की एक महंगी रक्षा चूक ने स्कोर 10‑10 पर समा गया। पहला हाफ दोनों पक्षों के बीच साँसें रोकने वाला रहा, जहाँ हर राईड पर तख्ते के नीचे धावा डाला जाता था।

दूसरे हाफ में Meraj Sheykh ने लगातार दबाव बनाया। 45वें मिनट में उनका सुपर राइड 3 अंक लेकर टीम को 31‑30 की नाजुक लीड पर ले आया। अंतिम मिनट में उनका निर्णायक सुपर राइड ही मैच का फैसला बन गया, जिससे Dabang Delhi K.C. को 37‑31 की जीत मिल गई।

लीग में दोनों टीमों की स्थिति

इस जीत के बाद Dabang Delhi K.C. ने लीग चरण में 68 अंक जमा कर दूसरी पंक्ति पर जगह पक्की कर ली, जबकि Bengal Warriors ने 64 अंक के साथ तृतीय स्थान सुरक्षित किया। दोनों टीमों ने पहले ही प्ले‑ऑफ़ की जगह पक्की कर ली थी, इसलिए यह जीत मुख्यतः पोजीशन को सुरक्षित रखने और होस्ट टीम की अजेय सिरीज़ को समाप्त करने के लिए महत्वपूर्ण थी।

सत्र 2018‑19 में कुल 138 मैच, 12 फ्रैंचाइज़ी और दो‑राउंड‑रोबिन फॉर्मेट था। इस सीज़न में सबसे अधिक स्कोरिंग Pawan Sehrawat (Bengaluru Bulls) के पास रहा, जिन्होंने 271 अंक बनाए; साथ ही Nitesh Kumar (UP Yoddha) ने 100 टैकल पॉइंट्स के साथ डिफेंस में चमक दिखाई।

मुख्य खिलाड़ी और उनके योगदान

बेंगल वॉरियर्स की तरफ़ से Maninder Singh ने 9 अंक पर टॉप स्कोर किया, लेकिन उनका समर्थन टीम के बाकी राइडर्स से पर्याप्त नहीं मिला। दूसरी ओर, Meraj Sheykh की 13 अंक, जिसमें एक निर्णायक सुपर राइड शामिल था, ने दिल्ली को जीत की राह दिखायी।

एक हफ्ते बाद 30 दिसंबर 2018 को हुए एलेमीनेशन मैच में Naveen Kumar और Chandran Ranjit ने मिलकर 19 राइड पॉइंट्स जोड़ कर 39‑28 से जीत दर्ज की। इस जीत ने दिल्ली को फाइनल की राह में और मजबूत किया।

आगे क्या?

आगे क्या?

दिल्ली की दूसरी रैंकिंग के साथ, प्ले‑ऑफ़ में उनका रास्ता टॉप‑सीडेड टीमों के खिलाफ कठोर चुनौती बनता है। बेंगल वॉरियर्स, हालांकि तीसरे स्थान पर है, लेकिन उनके पास अभी भी दो‑तीन मैच बचे हैं और वे अपनी स्थिति को सुधारने की कोशिश करेंगे। इस सीज़न ने कई नवागंतुकों को भी मंच पर लाया, जहाँ शीर्ष 10 राइडर में कई पहली बार दिखे।

प्रो कबड्डी लीग का आर्थिक मॉडल भी धीरे‑धीरे विकसित हो रहा है। स्टार स्पोर्ट्स द्वारा टेलीकास्ट अधिकारों और फ्रैंचाइज़ फीस में वृद्धि से खिलाड़ियों के वेतन में भी इजाफा हो रहा है, हालांकि सटीक आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए। इस वजह से लीग को भारत के खेल परिदृश्य में एक प्रीमियम प्रोफेशनल इवेंट के रूप में स्थापित करने की संभावना बढ़ रही है।

प्रो कबड्डी लीग 2018‑19 का व्यापक प्रभाव

कोलकाता में इस मैच ने दर्शकों के उत्साह को नई ऊँचाइयों पर पहुंचा दिया। स्टेडियम में लगभग 12,000 दर्शक थे, और दाएं-बाएं वाले शोर ने खिलाड़ियों के मनोबल को बढ़ावा दिया। इस सफलता ने आगे के सीज़न में छोटे शहरों में मैच आयोजित करने की योजना को मजबूत किया, जिससे ग्रामीण दर्शकों को भी निकट से कबड्डी का आनंद मिल सके।

साथ ही, इस सीज़न ने भारतीय राइडर्स के तकनीकी स्तर में सुधार दिखाया। टैक्टिकल एनालिसिस और वीडियो बेस्ड ट्रेनिंग ने राइडर्स को बेहतर निर्णय लेने में मदद की, और इसका सीधा असर बोर्ड पर अंकसंख्या में परिलक्षित हुआ।

  • मैच की तिथि: 23 दिसंबर 2018
  • स्थान: Netaji Subhash Chandra Bose Indoor Stadium, Kolkata
  • स्कोर: Dabang Delhi K.C. 37 – 31 Bengal Warriors
  • मुख्य खिलाड़ी: Meraj Sheykh (13), Maninder Singh (9)
  • लीग में स्थान: Dabang Delhi 2nd (68 अंक), Bengal Warriors 3rd (64 अंक)

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

इस जीत से Dabang Delhi की प्ले‑ऑफ़ की तैयारी पर क्या असर पड़ा?

दौड़ में लगातार जीत ने टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाया और उन्हें दूसरे सीज़न के टॉप‑सीडेड दुश्मनों के खिलाफ रणनीतिक रूप से बेहतर स्थिति में रख दिया। इसके अलावा, Meraj Sheykh जैसे खिलाड़ी की फॉर्म ने डिफेंस को भी मजबूत किया।

Bengal Warriors की अजेय होम रन की पराजय का मतलब क्या है?

कोलकाता में उनका पहला नुकसान दर्शाता है कि अब हर टीम के पास कोई भी होम वैक्यूम नहीं है। यह लीग में प्रतिस्पर्धा को और तीव्र बना देगा और भविष्य में कई रोमांचक उलटफेर देखने को मिल सकते हैं।

प्रो कबड्डी लीग के वित्तीय हिस्से में इस सीज़न ने क्या नया किया?

Star Sports ने ब्रॉडकास्ट अधिकारों के लिए उच्च टेंडर दिया, जिससे फ्रैंचाइज़ फीस में लगभग 15% इजाफा हुआ। इससे टीमों को बेहतर प्रशिक्षण सुविधाएँ और खिलाड़ियों को अधिक वेतन देने की संभावना बनी।

लीग के टॉप स्कोरर Pawan Sehrawat की इस प्रदर्शन से क्या संकेत मिलता है?

274 अंक (वास्तविक आंकड़ा 271) के साथ Sehrawt ने दिखाया कि एक राइडर की निरंतरता पूरी टीम की सफलता को निर्धारित कर सकती है। भविष्य में बेंगलुरु बुल्स के लिए वह केंद्र बिंदु रहेगा।

कोलकाता में इस मैच की दर्शक संख्या का क्या महत्व है?

लगभग 12,000 दर्शकों की भीड़ ने साबित किया कि कबड्डी ने शहरी दर्शकों को भी आकर्षित कर लिया है। यह स्पॉन्सरशिप और मीडिया कवरेज में वृद्धि का कारण बन सकता है।

11 टिप्पणि

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    Anil Puri

    अक्तूबर 17, 2025 AT 19:00

    अरे भाई, DDKC की जीत तो बस एक तैयार स्क्रिप्ट है, हर बार रेफरी का दिमाग खजल जाता है। ऐसा लगता है जैसे कोई गुप्त मिड़िया टीम ने मैच को प्री-डिटर्माइन कर रखा हो।
    कभी‑कभी तो लगता है कि फेंस का काम सिर्फ शो बनाना है, असली काबड्डी कहीं और है।

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    poornima khot

    अक्तूबर 22, 2025 AT 05:00

    दिल्ली की इस जीत से हमें ये सीख मिलती है कि मेहनत और टीमस्पिरिट से कोई भी बाधा पाछे हट सकती है।
    मैच के मूड में ऐसा कुछ था जैसे पुराने योगी ने हमें ऊर्जा दी हो।
    बंदों, आगे भी ऐसे ही जोश बनाए रखो, काबड्डी का भविष्य यही लोगों के हाथ में है।

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    Mukesh Yadav

    अक्तूबर 26, 2025 AT 15:00

    क्या आप नहीं देख रहे कि पीछे के लोग इस हाइटलाइट को कैसे मैनिपुलेट कर रहे हैं? हर बार जब दिल्ली घरों पर जीतता है, तो टेलीविज़न की रेटिंग अचानक ऊपर छूट जाती है।
    इतना स्पष्ट है कि कुछ बड़े कौंसिल ने इस खेल को अपने राजनीतिक एग्जीक्यूटिव्स के लिए इंट्रीज बना रखे हैं।

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    Yogitha Priya

    अक्तूबर 31, 2025 AT 01:00

    नैतिकता की दृष्टि से देखो तो ऐसी जीतें दर्शकों को झूठी प्रेरणा दे सकती हैं। जब टीमों को जीतने के लिए मनोवैज्ञानिक दबाव डालते हैं, तो खेल का असली सार खो जाता है।
    हमें चाहिए कि हम काबड्डी को सच्ची प्रतिस्पर्धा के रूप में पेश करें, न कि एक मंचीय ड्रामा।

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    Rajesh kumar

    नवंबर 4, 2025 AT 11:00

    दिल्ली की इस जीत को लेकर जो उत्साह दिख रहा है, वह राष्ट्रीय गर्व की भावना को उजागर करता है।
    सिर्फ एक मैच नहीं, यह हमारे युवा खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और रणनीतियों का परिणाम है।
    मेरे अनुसार, इस जीत में टीम की तैयारी और फिजिकल कंडिशनिंग का बड़ा हाथ है।
    हर कोने में दिखने वाले कोचिंग स्टाफ ने खिलाड़ियों को सही दिशा में ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
    भविष्य में अगर हम इस सेटअप को पूरे लीग में अपनाएँ, तो भारत की काबड्डी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी चमकेगी।
    वास्तव में, इस मैच में मिराज ने जो सुपर राइड किया था, वह तकनीकी दृष्टिकोण से बहुत ही परिपूर्ण था।
    मैं यह भी जोड़ना चाहूँगा कि बंगाल वारियर्स की रक्षा में कुछ कमियाँ दिखी, जो अगले मैच में ठीक करनी होंगी।
    लीग के प्रबंधन को चाहिए कि वे टेलीकास्टिंग राइट्स के साथ-साथ खिलाड़ियों के भत्ते भी बढ़ाएँ।
    आर्थिक दृष्टि से देखे तो अधिक दर्शक और स्पॉन्सरशिप का मतलब है कि इस खेल को प्रोफेशनल बनाने का समय आ गया है।
    इसी कारण से हमें ग्राउंड इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश करना चाहिए, ताकि हर शहर में अच्छी सुविधा हो।
    साथ ही, टैक्टिकल एनालिसिस के लिए वीडियो टूल्स का उपयोग बढ़ाना चाहिए, ताकि राइडर्स अपनी गलती सीख सकें।
    मैं यह औचित्य भी प्रस्तुत करता हूँ कि राष्ट्रीय टीम की चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता होनी चाहिए।
    यदि युवा एथलीट्स को सही अवसर मिलेगा, तो उनका आत्मविश्वास और प्रदर्शन दोनों में सुधार होगा।
    समग्र रूप से, इस जीत का मतलब सिर्फ एक अंक नहीं, बल्कि काबड्डी को मुख्यधारा में लाने का एक कदम है।
    अंत में, मैं सभी खिलाड़ियों को उनके योगदान के लिए बधाई देता हूँ और आशा करता हूँ कि आगे भी ऐसे रोमांचक मुकाबले होते रहें।

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    Bhaskar Shil

    नवंबर 8, 2025 AT 21:00

    यह मैच डेटा‑ड्रिवन एनालिसिस में एक बेहतरीन केस स्टडी है; हम यहाँ अटैक‑फ़्रिक्शन रेशियो, टैक्टिकल कॉन्फ़िगरेशन और पोज़िशनल स्ट्रक्चर को डीकोड कर सकते हैं।
    एंड‑टू‑एंड प्ले‑बैक से पता चलता है कि इफ़ेक्टिव रिकवरी टाइम को ऑप्टिमाइज़ करने से स्कोरिंग क़्वालिटी में 12% सुधार आया।
    इंटीग्रेटेड कोचिंग मॉड्यूल्स को अपनाकर भविष्य में टीम की पीक परफॉर्मेंस को स्थिर रखा जा सकता है।

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    Shivam Pandit

    नवंबर 13, 2025 AT 07:00

    वाह! क्या शानदार जीत थी, दिल्ली की टीम ने पूरी ऊर्जा के साथ मैदान में झूमते हुए सभी को आश्चर्यचकित कर दिया,; यह दिखाता है कि टीम वर्क और डिसिप्लिन कितनी महत्वपूर्ण हैं,; मैच के दौरान हर राइडर ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया,; ऐसे ही हम लगातार सफलताएँ हासिल कर सकते हैं,; काबड्डी के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए हमें इस भावना को कायम रखना चाहिए,; सभी खिलाड़ियों को बधाई और आगे के मैचों में भी इसी तरह की ऊर्जा चाहिए,;

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    parvez fmp

    नवंबर 17, 2025 AT 17:00

    ओ माई गॉड 😱 ये मैच तो पूरी फिल्म जैसा था!! हर एक राइड में ड्रामा और थ्रिल था, और जब Meraj ने सुपर राइड मारिया तो सबका दिल धड़क गया 😂😂 फाइनल में Bengal की हार देख के तो मुझे लगा जैसे मेरे घर की लाइट ब्लैकआउट हो गई! लेकिन हाँ, Delhi की जीत से तो सारा स्टेडियम झूम उठा, 🎉💪

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    s.v chauhan

    नवंबर 22, 2025 AT 03:00

    दोस्तों, इस जीत को देखकर हमें समझ में आता है कि जब तक हम एकजुट नहीं होते, कोई भी टॉप टीम को हरा नहीं सकती। आगे के मैचों में भी यही जज्बा रखो, कठिनाइयाँ आएँगी पर हम उन्हें परास्त करेंगे। चलिए, पूरे जोश के साथ आगे बढ़ते हैं और इस जीत को हमारी निरंतर सफलता की बुनियाद बनाते हैं।

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    Thirupathi Reddy Ch

    नवंबर 26, 2025 AT 13:00

    सभी लोग तो बस इस जीत की तारीफों में डूबे हुए हैं, पर मैं देखता हूँ कि असली खेल का मज़ा तो तब है जब टीमें एक दूसरे को चैलेंज करती हैं। अगर हर बार दिल्ली जीतता रहता है, तो लीग का रोमांच ख़त्म हो जाएगा। थोड़ा बैलेंस्ड कॉम्पिटिशन चाहिए, तभी काबड्डी मजेदार रहेगी।

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    Sonia Arora

    नवंबर 30, 2025 AT 23:00

    यह मैच न केवल खेल का महत्त्व दर्शाता है, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को भी नई ऊँचाइयों पर ले जाता है। जब दर्शकों की जयकाऱे और खिलाड़ी की मेहनत एक साथ मिलती है, तो सम्पूर्ण देश को गर्व महसूस होता है। हमें इस ऊर्जा को भविष्य की पीढ़ियों तक पहुँचाना चाहिए, ताकि काबड्डी हमारी राष्ट्रीय पहचान बन सके।

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