DCGI ने PresVu आई ड्रॉप्स को दी मंजूरी, प्रिस्बायोपिया ग्रस्त लोगों के लिए नई उम्मीद

DCGI ने PresVu आई ड्रॉप्स को दी मंजूरी, प्रिस्बायोपिया ग्रस्त लोगों के लिए नई उम्मीद सित॰, 5 2024

DCGI ने प्रिस्बायोपिया के लिए PresVu आई ड्रॉप्स को दी मंजूरी

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने प्रिस्बायोपिया से जूझ रहे लोगों के लिए एक नई शुरुआत की है। DCGI ने प्रिस्बायोपिया के इलाज के लिए PresVuआई ड्रॉप्स को मंजूरी दी है। प्रिस्बायोपिया एक आम उम्र-संबंधित दृष्टि समस्या है जो 40 वर्ष से ऊपर के लोगों को प्रभावित करती है। इस रोग के कारण नजदीकी वस्तुओं को साफ देखना मुश्किल हो जाता है।

Entod Pharmaceuticals का नवाचार

मुंबई स्थित Entod Pharmaceuticals को यह मंजूरी मिली है। कंपनी के सीईओ निखिल क मसुरकर ने बताया कि यह मंजूरी हमारी कंपनी के लिए महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इससे हम भारत में करोड़ों लोगों की जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ा पाएंगे। यह आई ड्रॉप्स विशेष रूप से प्रिस्बायोपिया के इलाज के लिए पहली बार भारत में विकसित किया गया है।

भारत में और अन्य बाजारों में लॉन्च

भारत में और अन्य बाजारों में लॉन्च

Entod Pharmaceuticals अक्टूबर के पहले हफ्ते में PresVuको घरेलू बाजार में लॉन्च करने की योजना बना रही है। कंपनी अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे उभरते बाजारों में भी उत्पाद की मांग को पूरा करने की योजना बना रही है। कंपनी का ध्यान नवाचार पर है और वह अमेरिकी बाजार में भी उत्पादों का आउट-लाइसेंस करने पर जोर दे रही है।

प्रिस्बायोपिया: एक सामान्य दृष्टि समस्या

प्रिस्बायोपिया एक आम समस्या है जो उम्र के साथ विकसित होती है। यह समस्या मुख्यतः 40 वर्ष की आयु के बाद सामने आती है और धीरे-धीरे नजदीकी वस्तुओं को देखने में कठिनाई होने लगती है। विश्वभर में 1.09 से 1.8 अरब लोग इस समस्या से प्रभावित हैं।

भारत में दृष्टि सुधार के उपाय

भारत में दृष्टि सुधार पर ध्यान देने की अत्यधिक आवश्यकता है। नजदीकी दृष्टी में समस्या होने पर ज्यादातर लोग पढ़ने के चश्मे का सहारा लेते हैं। लेकिन PresVu आई ड्रॉप्स के आने से अब यह निर्भरता कम हो सकती है।

कंपनी का लक्ष्य और भविष्य की योजनाएं

Entod Pharmaceuticals सिर्फ स्वदेशी बाजार में ही नहीं, बल्कि अन्तराष्ट्रीय क्षेत्रों में भी अपने उत्पाद की पहुँच बढ़ाना चाहती है। उनका मकसद है कि उन क्षेत्रों तक दवाइयां पहुंचाई जाएं जहां अब तक पहुंचना मुश्किल है। कंपनी इनोवेशन के जरिए नए-नए उत्पाद विकसित करना चाहती है।

सेक समिति की सिफारिश

PresVu आई ड्रॉप्स को मंजूरी देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका सेंट्रल ड्रग्स स्टैन्डर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी की रही है। उनकी सिफारिश पर ही DCGI ने इस उत्पाद को हरी झंडी दी है।

चश्मे की निर्भरता को करेगा कम

PresVu आई ड्रॉप्स का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों की चश्मे पर निर्भरता कम की जा सके। इससे लोगों को ना केवल आराम मिलेगा, बल्कि उनकी दिश दृष्टि में भी सुधार होगा।

उपभोक्ताओं के लिए राहत

इस नई दवा के आने से उपभोक्ताओं के बीच राहत की भावना है। उनकी नजर की समस्याएं जो पहले पढ़ने के चश्मे पर निर्भर थीं, अब कुछ हद तक कम हो सकती हैं।

महत्वपूर्ण आंकड़े

महत्वपूर्ण आंकड़े

भारत में दवा और चिकित्सा उपकरणों के विकास में नवाचार का यह कदम न सिर्फ देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी नयी दिशा दे सकता है। इसके माध्यम से दवा कंपनीयों के लिए नए बाजारों का द्वार खुल सकता है।