दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनीं भाजपा की रेखा गुप्ता, 20 फरवरी को लेंगी शपथ

रेखा गुप्ता बनीं दिल्ली की नई मुख्यमंत्री
दिल्ली के सियासी नक्शे में एक नया मोड़ आ गया है। भाजपा की वरिष्ठ नेता रेखा गुप्ता राजधानी की कमान संभालने जा रही हैं। 2025 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त जीत दर्ज करते हुए 70 में से 48 सीटें अपने नाम कीं। अब 20 फरवरी को रामलीला मैदान में रेखा गुप्ता और उनके मंत्रीमंडल के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम तय किया गया है।
दिल्ली में यह जीत भाजपा के लिए बेहद खास है। बीते दो दशक से पार्टी ने यहां सत्ता का स्वाद नहीं चखा था, लिहाजा इस बार के नतीजों ने उन्हें न सिर्फ सत्ता में लौटाया, बल्कि 'आप' के 10 साल के शासन पर पूर्ण विराम लगा दिया। आम आदमी पार्टी इस बार केवल 22 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस तो खाता तक नहीं खोल पाई।
सबसे दिलचस्प बात यह है कि रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगी, जिनसे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी ने राजधानी की कमान संभाली थी। राजनीतिक विश्लेषकों की नजर में यह बदलाव नारी शक्ति के बढ़ते असर का भी संकेत है।
राजनीतिक उलटफेर और भाजपा का सियासी गणित
भाजपा की रणनीति इस बार पूरी तरह सफल रही। चुनावी मैदान में पार्टी ने बड़े चेहरे उतारे और मुद्दे भी दिल्ली की जनता के जीवन से जुड़े हुए रखे। आप के अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया जैसे दिग्गज नेताओं तक को हार का सामना करना पड़ा। भाजपा की विधानसभा पार्टी बैठक 18 फरवरी को आयोजित होनी थी, लेकिन रणनीतिक कारणों से इसे 19 फरवरी को किया गया। बैठक में सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से रेखा गुप्ता को अपना नेता चुना।
रेखा गुप्ता के नाम का ऐलान होते ही दिल्ली के सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया। एक लंबा वक्त पार्टी ने विपक्ष में रहते हुए बिताया है। अब सत्ता में आने के साथ ही भाजपा के सामने दिल्ली की जनता के भरोसे पर खरा उतरने की चुनौतियां भी होंगी।
रामलीला मैदान पर होने वाली इस ऐतिहासिक शपथ ग्रहण में कई केंद्रीय मंत्री, भाजपा के बड़े नेता, अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और भारी संख्या में जनता जुटने की संभावना है। इस शपथ ग्रहण के साथ दिल्ली में नए दौर की शुरुआत हो जाएगी, जिसमें खासकर महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी और भाजपा का जनादेश की परीक्षा होगी।
राजधानी के विकास, जनता की उम्मीदों और प्रशासनिक सुधारों के मोर्चे पर भी अब सबकी निगाहें रहेंगी। भाजपा समर्थक इसे नई सुबह मान रहे हैं, तो दूसरे राजनीतिक दल मंथन में जुटे हैं। 20 फरवरी का दिन दिल्ली में लंबे समय तक याद रखा जाएगा, जब राजधानी को मिला अपनी नई नेता—रेखा गुप्ता।