इंग्लैंड T20I सीरीज के लिए मैथ्यू फोर्ड की जगह विंडीज टीम में ओबेड मैककॉय की एंट्री

इंग्लैंड के खिलाफ वेस्टइंडीज टीम में बड़ा बदलाव
इंग्लैंड के खिलाफ चल रही रोमांचक टी20 सीरीज के बीच वेस्टइंडीज ने अपनी टीम में बड़ा बदलाव किया है। यंग तेज गेंदबाज मैथ्यू फोर्ड, जिन्हें पिछली वनडे सीरीज में 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' चुना गया था, प्रैक्टिस के दौरान बाईं जांघ में लगी चोट की वजह से बाहर हो गए हैं। यह चोट 13 नवंबर को डेरेन सेमी क्रिकेट स्टेडियम पर ट्रेंनिंग के वक्त लगी।
चोट की गंभीरता को देखते हुए फोर्ड को पूरी सीरीज से बाहर कर दिया गया है। मेडिकल टीम ने उन्हें जल्द से जल्द रिहैबिलिटेशन शुरू करने की सलाह दी है, ताकि वह आगे की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार हो सकें। उनकी गैरमौजूदगी काफी खलेगी, क्योंकि फोर्ड ने पिछले कुछ मैचों में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया था।

ओबेड मैककॉय की टीम में वापसी और उम्मीदें
ऐसे अहम मौके पर वेस्टइंडीज मैनेजमेंट ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ओबेड मैककॉय पर भरोसा जताया है। मैककॉय को इंग्लैंड सीरीज के बाकी बचे मैचों के लिए टीम में जोड़ लिया गया है। मैककॉय के अनुभव और डेथ ओवरों में उनकी विविधता के चलते उन्हें टीम के लिए तुरुप का इक्का माना जा रहा है। वह विकेट लेने के साथ-साथ रन रोकने में माहिर हैं, जो विरोधी बल्लेबाजों को परेशान करने का दम रखते हैं।
ओबेड मैककॉय का पिछला रिकॉर्ड शानदार रहा है। 27 वर्षीय इस गेंदबाज ने अब तक 38 अंतरराष्ट्रीय टी20 मुकाबले खेले हैं और 49 विकेट झटके हैं। उनकी इकॉनमी 8.59 रही है, जोकि टी20 फॉर्मेट के हिसाब से संतोषजनक मानी जाती है। इंग्लैंड के खिलाफ उनका डेब्यू मार्च 2019 में हुआ था और तब से वे समय-समय पर टीम के लिए मैच विनर साबित होते रहे हैं।
वेस्टइंडीज के लिए यह सीरीज वैसे भी अब सम्मान की लड़ाई बन चुकी है, क्योंकि सीरीज इंग्लैंड के पक्ष में जा चुकी है। अब टीम के पास अगले दो मैचों में खुद को साबित करने का मौका है। चौथा मैच 17 नवंबर को डेरेन सेमी क्रिकेट स्टेडियम, सेंट लूसिया में खेला जाएगा। दर्शकों और एक्सपर्ट्स की नजरें अब इस बात पर रहेंगी कि क्या मैककॉय अपने चयन को सही साबित कर पाएंगे और वेस्टइंडीज को जीत दिलाने में मदद कर पाएंगे या नहीं।
गौर करने वाली बात यह भी है कि कैरेबियन पिचों पर मैककॉय की धीमी गेंदबाज़ी काफी असरदार रही है, खासकर मैच के आखिरी ओवरों में जब बल्लेबाज तेज़ रन बनाने के दबाव में रहते हैं। कप्तान और कोच दोनों ने उम्मीद जताई है कि उनका अनुभव टीम में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास लाएगा।