IPL 2025 में मुस्ताफिझुर रहमान का विवाद: दिल्ली कैपिटल्स की साइनिंग के बाद दुबई उड़ान से उठे सवाल

संकट की पृष्ठभूमि
इंडियन प्रीमियर लीग 2025 का मौसम पहले ही कई गड़बड़ियों से जूझ रहा था। भारत‑पाकिस्तान सीमा तनाव के कारण कई विदेशी खिलाड़ियों ने अपनी भागीदारी पर पुनर्विचार किया, जिससे टीमों को अस्थायी बलिदान और नए विकल्प खोजने पड़े। ऐसे माहौल में दिल्ली कैपिटल्स ने ऑस्ट्रेलिया के ओपनर जेक फ्रेज़र‑मैगुर्क की जगह तेज़ गेंदबाज मुस्ताफिझुर रहमान को ‘रिप्लेसमेंट प्लेयर’ के रूप में पेश किया।
साइनिंग का एलेवन्ट पदचिह्न तभी टूट गया जब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के सीईओ निजामुद्दीन चौधरी ने बताया कि रहमान को यूएई और पाकिस्तान की दो‑तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय शृंखलाओं में भाग लेना तय है। उन्होंने कहा, "हमें IPL से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली, न ही मुस्ताफिझुर ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की।" इस खुलासे ने दोनों पक्षों के बीच संचार में खामी का संकेत दिया।
दरअसल, बांग्लादेश को 17 और 19 मई को यूएई के खिलाफ दो टी20I मैच खेलने हैं, और 25, 27, 30 मई तथा 1, 3 जून को पाकिस्तान में पाँच मैच तय हैं। वही दिल्ली कैपिटल्स की लीग शेड्यूल में 18, 21 और 24 मई को क्रमशः अंतिम तीन मैच बचे हैं, साथ ही संभावित प्ले‑ऑफ़ भी हो सकते हैं। इसका मतलब रहमान के लिए दोनों प्रतिबद्धताएँ परस्पर टकरा रही थीं।
प्रतिक्रियाएँ और आगे का रास्ता
न्यूनतम सूचना के कारण सॉशल मीडिया पर स्थितिक्रम तेज़ी से बढ़ा। कई फैंस ने दिल्ली कैपिटल्स पर ‘एंटी‑नेशनल’ टैग लगाते हुए बांग्लादेशी खिलाड़ी को साइन करने के खिलाफ बैन्यॉट अभियान चलाया। उनका तर्क था कि जब अन्य फ्रेंचाइज़ियों ने बांग्लादेशी खिलाड़ियों से दूरी बरती, तभी दिल्ली ने इस कदम को उठाया, तो यह असमानता को दर्शाता है।
बिजनेस और कॉरपोरेट पार्टनर्स भी इस विवाद से असहज दिखे। कई विज्ञापनदाता समय रहते अपनी ब्रांड इंसर्शन रिफ़ंड करने की मांग कर रहे हैं, यह कहते हुए कि भड़कती विरोधी भावनाएँ उनके निवेश पर असर डाल सकती हैं।
इस बीच BCCI के लिए स्थिति और जटिल हो गई है। उन्होंने हाल ही में ‘रिप्लेसमेंट प्लेयर’ के नियमों को मोड़कर विदेशी खिलाड़ी की उपलब्धता को सुगम बनाने की कोशिश की थी, परंतु इस घटना से यह दिखता है कि निर्णय प्रक्रिया में शفافता की कमी है। अगर टीम और लीग के बीच अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर को व्यवस्थित रूप से नहीं जोड़ा गया, तो भविष्य में ऐसे टकराव दोहराए जा सकते हैं।
खिलाड़ी खुद भी इस दुविधा में फँसे हुए हैं। मुस्ताफिझुर ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की, पर BCB की बतौर स्पष्टता देख कर लगता है कि वह राष्ट्रीय कर्तव्य को प्राथमिकता देंगे। यदि वह IPL में नहीं खेल पाए, तो दिल्ली कैपिटल्स को फिर से एक विकल्प ढूँढना पड़ेगा, जिससे उनकी टीम स्ट्रेंथ पर असर पड़ेगा।
अन्त में यह कहना उचित होगा कि यह केस सिर्फ एक खिलाड़ी के व्यक्तिगत चयन से अधिक है—यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड, लीग प्रबंधन, राष्ट्रीय संघ और राजनीतिक तनाव के बीच जटिल संबंधों को उजागर करता है। यदि इस प्रकार की स्थितियों को रोकना चाहते हैं, तो IPL 2025 के नियामक निकाय को सभी पक्षों के साथ अधिक पारदर्शी संवाद स्थापित करना होगा, जिससे शेड्यूल टकराव और अनिश्चितताओं को कम किया जा सके।