क्योंं Starbucks ने भारतीय मूल के Laxman Narasimhan को CEO पद से हटाया और उनके बाद क्या बदलेगा

क्योंं Starbucks ने भारतीय मूल के Laxman Narasimhan को CEO पद से हटाया और उनके बाद क्या बदलेगा अग॰, 14 2024

स्टारबक्स के CEO लक्ष्मण नरसिम्हन को क्यों हटाया गया?

स्टारबक्स ने भारतीय मूल के अपने CEO लक्ष्मण नरसिम्हन को उनके पद से हटा दिया है। नरसिम्हन ने लगभग एक साल और छः महीने पहले कंपनी की कमान संभाली थी। उनके कार्यकाल के दौरान, कंपनी को बिक्री में गिरावट और प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही, एक्टिविस्ट निवेशकों का भी दबाव बढ़ता गया।

बड़ी मुश्किलों का सामना

नरसिम्हन ने हावर्ड शुल्ज की जगह ली थी, जिन्होंने कंपनी के प्रदर्शन को लेकर आलोचना की थी। नरसिम्हन के नेतृत्व में, स्टारबक्स के स्टॉक प्राइस में 20% से अधिक गिरावट दर्ज की गई, जो प्रमुख अमेरिकी और चीनी बाजारों में बिक्री घटने के कारण था। कंपनी को मध्य पूर्व से जुड़े बहिष्कार, चीन में सतर्क उपभोक्ता व्यय, और बढ़ती प्रतिस्पर्धा जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

अधिक प्रतिक्रिया

एक्टिविस्ट निवेशक जैसे ऐलियट मैनेजमेंट और स्टारबोर्ड वैल्यू ने स्टॉक प्राइस को बढ़ाने के उपायों की मांग की। इसके अलावा, नरसिम्हन के कार्यकाल के दौरान, स्टारबक्स का Workers United यूनियन के साथ टकराव हुआ, जो अमेरिका में 470 से अधिक स्टोर के कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करता है। यूनियन ने स्टारबक्स पर LGBTQIA+ कर्मचारियों के प्रति पाखंडात्मक व्यवहार का आरोप लगाया और कंपनी को अदालत में ले गए।

ब्रायन निकोल की नियुक्ति

नरसिम्हन की विदाई के साथ, स्टारबक्स ने चिपॉटल के पूर्व CEO ब्रायन निकोल को नियुक्त किया है। निकोल को फास्ट-फूड श्रृंखला में नया जीवन देने के लिए जाना जाता है। उन्होंने मध्य-सेप्टेम्बर में अपनी नई भूमिका संभालने से पहले कंपनी के अध्यक्ष के रूप में भी कार्यभार संभाला। अंतरिम CEO की जिम्मेदारी ऐफ़ओ स्टारबक्स की CFO राचेल रुगगेरि के हाथ में होगी।

बाजार की प्रतिक्रिया

घोषणा के बाद, स्टारबक्स के शेयर में प्रीमार्केट ट्रेडिंग में 14% से अधिक की वृद्धि देखी गई, जबकि चिपॉटल के शेयर में लगभग 9% की गिरावट आई। यह बदलाव स्टारबक्स के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, और समय ही बताएगा कि निकोल कंपनी के प्रदर्शन और स्थायित्व को कैसे प्रभावित करेंगे।

अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियाँ

स्टारबक्स के लिए अमेरिका और चीन जैसे महत्वपूर्ण बाजारों में स्थिति सुधरना बहुत जरूरी है। कंपनी को चीन में सतर्क उपभोक्ता खर्च और USA में प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त, एक्टिविस्ट निवेशकों की ओर से स्टॉक प्राइस बढ़ाने का दबाव भी मुख्य चुनौती है। इस दबाव के चलते कंपनी को निरंतर सुधार और नवाचार की जरूरत है।

भावी योजनाएं

ब्रायन निकोल के नेतृत्व में, स्टारबक्स को अपने वैश्विक बाजार में स्थायित्व और वृद्धि करने की योजनाओं पर अधिक जोर देना होगा। नए रणनीतिक उपाय, विपणन पहल और कर्मचारियों के साथ बेहतर तालमेल कंपनी के आगामी प्रदर्शन को निर्धारित करेंगे।

नवीन पहलों की ओर

निकोल के आगमन के साथ, स्टारबक्स नई पहलों और विकास रणनीतियों पर जोर दे सकता है। उपभोक्ताओं के बदलते रुझानों के साथ तालमेल बिठाना, नए बाजारों में विस्तार और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का उपयोग बढ़ाना कंपनी के लिए महत्वपूर्ण होगा। इसके साथ ही, कर्मचारियों के साथ तालमेल बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने की भी जरूरत है।

नरसिम्हन की सीख

लक्ष्मण नरसिम्हन की विदाई के पीछे कई कारण हैं, लेकिन उनके कार्यकाल से कंपनी ने कई अहम चीजें सीखीं। आउटसोर्सिंग मॉडल, ग्राहकों के साथ बेहतर संबंध और अंतर्राष्ट्रीय बाजार की बारीकियों को समझना इनमें शामिल हैं।

आने वाले दिनों में हमें देखने को मिलेगा कि स्टारबक्स अपने नए नेतृत्व में किस प्रकार से अपनी स्थिति को मजबूत करता है और विकास की नई राहें खोजता है।