ल Delhi Waqf Board भ्रष्टाचार केस में ED ने ओखला से AAP विधायक अमानतुल्लाह खान को किया गिरफ्तार

ल Delhi Waqf Board भ्रष्टाचार केस में ED ने ओखला से AAP विधायक अमानतुल्लाह खान को किया गिरफ्तार

ईडी ने आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को किया गिरफ्तार

आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान, जो दिल्ली विधानसभा में ओखला का प्रतिनिधित्व करते हैं, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार, 2 सितंबर 2024 को दिल्ली वक्फ बोर्ड में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया है। ईडी की टीम उनके ओखला स्थित घर पर छापेमारी करने पहुंची थी, जिसके बाद खान और अन्य आप नेताओं ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि एजेंसी उन्हें गिरफ्तार करने आई है।

यह मामला दिल्ली वक्फ बोर्ड में वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ा है, खासकर 2018-2022 के बीच खान के चेयरमैनशिप के दौरान। जांच के दौरान ये आरोप लगाए गए हैं कि बोर्ड की संपत्तियों की लीजिंग और भर्ती प्रक्रिया के दौरान कई गड़बड़ियां की गईं। जनवरी 2024 में ईडी ने खान की चेयरमैनशिप के दौरान हुई अनियमितताओं को लेकर चार्जशीट भी दाखिल की थी।

आप नेताओं की प्रतिक्रिया

खान की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने एजेंसी की कार्रवाई को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'तानाशाही' बताया है और आरोप लगाया है कि ईडी की कार्रवाई का मकसद बीजेपी के खिलाफ आवाज उठाने वालों का दमन करना है। वहीं, दिल्ली बीजेपी के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने आप पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा है कि पार्टी में कई भ्रष्ट लोग हैं और खान का नाम इसमें प्रमुख है।

ईडी की पहले भी की गई छापेमारी

गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब अमानतुल्लाह खान के खिलाफ ईडी ने कार्रवाई की हो। अक्टूबर 2023 में भी ईडी ने खान के आवास पर छापेमारी की थी। यह केस केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी और दिल्ली पुलिस की तीन शिकायतों पर आधारित है।

विपक्ष और समर्थन

आम आदमी पार्टी ने सभी आरोपों से इनकार किया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि ईडी के पास खान के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। वहीं, बीजेपी इन आरोपों को लेकर आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए है और पार्टी का कहना है कि उन्हें कानून-व्यवस्था में पूरा विश्वास है और किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

वित्तीय अनियमितताओं की जांच

दिल्ली वक्फ बोर्ड में भर्ती प्रक्रिया और संपत्तियों की लीजिंग के दौरान कथित अनियमितताओं की जांच की जा रही है। खान पर आरोप है कि उन्होंने अपने चेयरमैनशिप के दौरान व्यक्तिगत हितों के लिए बोर्ड की संपत्तियों का दुरुपयोग किया। इससे जुड़े दस्तावेज और वित्तीय रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। जांच एजेंसी का कहना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

जनता की प्रतिक्रिया

इस पूरे मामले में जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया रही है। कुछ लोग इसे राजनीतिक षडयंत्र मान रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि भ्रष्टाचार के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ओखला के स्थानीय निवासी भी इस पूरे घटनाक्रम को लेकर चिंतित हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही सच्चाई सामने आएगी।

आम जनता की राय बंटी हुई है। जहां एक तरफ कुछ लोग इसे एक राजनीतिक चाल बता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कई लोग ईडी की कार्रवाई का समर्थन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर बहस छिड़ी हुई है और लोग विभिन्न दृष्टिकोण प्रस्तुत कर रहे हैं।

आगे का रास्ता

इस गिरफ्तारी के बाद अब आगे का रास्ता कानूनी लड़ाई का है। अमानतुल्लाह खान के वकील ने कहा है कि वे इस कार्रवाई के खिलाफ अदालत में अपनी लड़ाई लड़ेंगे। वहीं, ईडी की ओर से कहा गया है कि उन पर लगे आरोप बेहद गंभीर हैं और उन्हें न्यायपालिका के सामने रखना जरूरी है।

आने वाले दिनों में इस मामले में और भी कई खुलासे हो सकते हैं। जनता और राजनीतिक दलों की निगाहें इस केस पर टिकी हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे की जांच में और क्या-क्या तथ्य सामने आते हैं।

12 टिप्पणि

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    Pradeep Talreja

    सितंबर 3, 2024 AT 10:29
    ये सब राजनीति है। जब भी कोई AAP का नेता बड़ा होता है, ED उसके खिलाफ आ जाती है। सबूत? कहीं नहीं।
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    Mishal Dalal

    सितंबर 4, 2024 AT 10:13
    इस देश में कानून का अर्थ ही बदल गया है... जिसका राजनीतिक रंग अलग है, उसके खिलाफ सब कुछ चल जाता है। ये न्याय नहीं, राजनीतिक बदला है।!!!
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    Chandni Yadav

    सितंबर 4, 2024 AT 12:05
    आरोप लगाना आसान है, सबूत देना मुश्किल। लेकिन अगर ईडी ने चार्जशीट दाखिल की है, तो उसमें कुछ न कुछ तो है। अभी तक कोई निष्पक्ष निर्णय नहीं हुआ।
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    Raaz Saini

    सितंबर 5, 2024 AT 08:47
    क्या आप लोग अपने नेताओं के लिए इतने आँखें बंद कर रहे हैं? जब तक ये लोग अपनी संपत्ति का दुरुपयोग नहीं रोकते, तब तक ये घटनाएँ दोहराएँगी।
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    Manoranjan jha

    सितंबर 6, 2024 AT 13:30
    वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की लीजिंग का रिकॉर्ड जांचा जा रहा है। ये न केवल भ्रष्टाचार का मामला है, बल्कि एक सामाजिक अपराध है। ये संपत्ति गरीबों की है।
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    Kamal Sharma

    सितंबर 7, 2024 AT 05:32
    हमारी संस्कृति में वक्फ का स्थान बहुत ऊँचा है। इसकी संपत्ति का दुरुपयोग एक धार्मिक अपराध है। जिसने भी इसका दुरुपयोग किया, उसे सख्त सजा मिलनी चाहिए।
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    Rahul Kaper

    सितंबर 8, 2024 AT 23:34
    मुझे लगता है कि हमें इस मामले को न्यायपालिका के हवाले कर देना चाहिए। राजनीति और भावनाओं को इससे दूर रखना होगा। न्याय अगर सच्चा है, तो सबको समान रूप से मिलेगा।
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    Soham mane

    सितंबर 9, 2024 AT 12:26
    ये सब बहस तो चलती रहेगी... लेकिन जब तक हम अपने नेताओं को जवाबदेह बनाने की कोशिश नहीं करेंगे, तब तक कुछ नहीं बदलेगा।
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    Neev Shah

    सितंबर 11, 2024 AT 02:11
    यह एक पोस्ट-मॉडर्न न्याय का उदाहरण है, जहाँ साक्ष्य की बजाय जनमन की भावनाएँ न्याय का आधार बन रही हैं। यह न्याय नहीं, यह नाटक है।
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    Himanshu Kaushik

    सितंबर 11, 2024 AT 23:17
    अगर वक्फ की संपत्ति गलत तरीके से इस्तेमाल हुई है, तो उसे ठीक करना जरूरी है। चाहे जो भी हो, गरीबों का हक नहीं छीना जा सकता।
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    Sri Satmotors

    सितंबर 12, 2024 AT 17:32
    मुझे उम्मीद है कि सच्चाई जल्दी सामने आएगी। चाहे जो भी हो, न्याय होना चाहिए।
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    Dinesh Bhat

    सितंबर 13, 2024 AT 11:34
    क्या ये सिर्फ एक व्यक्ति का मामला है? या ये पूरी पार्टी के अंदर की एक आदत है? ये सवाल तो जवाब देने वाला है।

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