लोकसभा में पीएम मोदी का राहुल गांधी पर तंज: 'बालक बुद्धि' कहा, कांग्रेस पर भी निशाना साधा
जुल॰, 2 2024प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर एक तीखा हमला किया है, जो भारतीय राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। मोदी ने गांधी को 'बालक बुद्धि' कहा, जिसका तात्पर्य है कि वह एक वयस्क होते हुए भी बच्चे की मानसिकता रखते हैं। यह टिप्पणी गांधी के संसद में किए गए भाषण के बाद की गई, जिसमें उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाए थे।
लोकसभा में राहुल गांधी का भाषण
राहुल गांधी ने लोकसभा में एक भावुक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और विपक्षी दलों के प्रति सरकारी रवैये की आलोचना की। अपने भाषण में गांधी ने कहा कि कैसे उन्हें और उनकी पार्टी को बार-बार निशाना बनाया जाता है। गांधी ने कहा, ‘इस व्यक्ति ने मुझे मारा, उस व्यक्ति ने मुझे मारा, यहाँ मुझे मारा गया और वहाँ मुझे मारा गया।’ इस टिप्पणी का उद्देश्य था यह दिखाना कि भाजपा उनके और उनकी पार्टी के खिलाफ किस तरह का व्यवहार करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जवाब
मोदी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक वयस्क व्यक्ति, जिसकी मानसिकता एक बच्चे जैसी हो, उसे यह नहीं पता होता कि कब और क्या बोलना है। मोदी ने कहा कि गांधी अक्सर लोकसभा में ऐसी हरकतें करते हैं, जिससे उनकी अपरिपक्वता झलकती है। उदाहरण के लिए, उन्होंने गांधी के लोकसभा में आँख मारने की घटना का भी उल्लेख किया। मोदी ने कहा कि अब पूरा देश गांधी को अच्छी तरह जानता है और उनसे कह रहा है, ‘तुमसे ना हो पाएगा।’
व्यक्तिगत आरोप और मददगार सहयोगी: कांग्रेस और राहुल गांधी की आलोचना
मोदी ने राहुल गांधी पर उन्ही पर जमानत का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि गांधी भ्रष्टाचार के एक मामले में जमानत पर बाहर हैं और इसका मतलब यह है कि जनता को उनके भरोसे पर शक है। मोदी ने यह भी जिक्र किया कि गांधी ने ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय के लोगों को चोर कहा था, जिसके लिए उन्हें किसी मामले में दोषी ठहराया गया था।
मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने लोकसभा में एक पोस्टर दिखाया जिसमें भगवान शिव का चित्र था। मोदी ने कहा कि किसी भी राजनीतिक लाभ के लिए देवताओं की तस्वीरों का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए, यह आस्था का विषय है और इसे राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी पर व्यापक हमला
कांग्रेस पर टिप्पणी करते हुए मोदी ने इस पार्टी को ‘परजीवी’ कहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन राज्यों में अच्छी तरह से प्रदर्शन नहीं कर पाई जहां पर वह अपने इंडिया ब्लॉक सहयोगियों के बिना चुनाव मैदान में उतरी थी। मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया कि वे नकली जीत का जश्न मनाते हैं। उन्होंने एक उदाहरण के माध्यम से इसे स्पष्ट किया – एक लड़के की कहानी जो 543 में से 99 अंक प्राप्त कर अपनी सफलता का जश्न मना रहा था, जिससे यह संकेत मिलता है कि उन्होंने लोकसभा की कुल सीटों के मुकाबले में कितना कम हासिल किया है।
संवेदनशीलता और मानवीयता की कमी
मोदी के इस भाषण ने लोकसभा में हंगामा मचा दिया। विपक्ष ने इसे कड़ी आलोचना की और कहा कि प्रधानमंत्री को इस तरह के व्यक्तिगत हमले नहीं करने चाहिए। वहीं भाजपा के नेता और समर्थक मोदी के इस बयान को उनकी सच्चाई और ईमानदारी के रूप में देख रहे हैं।
राहुल गांधी ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनके समर्थक और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के इस टिप्पणी को गलत और राजनीतिक दृष्टिकोण से प्रेरित मानते हैं।
देखने वाली बात यह होगी कि आने वाले दिनों में इस आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति का असर कैसे दिखेगा और जनता के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी की छवि पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।