लोकसभा में पीएम मोदी का राहुल गांधी पर तंज: 'बालक बुद्धि' कहा, कांग्रेस पर भी निशाना साधा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर एक तीखा हमला किया है, जो भारतीय राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। मोदी ने गांधी को 'बालक बुद्धि' कहा, जिसका तात्पर्य है कि वह एक वयस्क होते हुए भी बच्चे की मानसिकता रखते हैं। यह टिप्पणी गांधी के संसद में किए गए भाषण के बाद की गई, जिसमें उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाए थे।
लोकसभा में राहुल गांधी का भाषण
राहुल गांधी ने लोकसभा में एक भावुक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और विपक्षी दलों के प्रति सरकारी रवैये की आलोचना की। अपने भाषण में गांधी ने कहा कि कैसे उन्हें और उनकी पार्टी को बार-बार निशाना बनाया जाता है। गांधी ने कहा, ‘इस व्यक्ति ने मुझे मारा, उस व्यक्ति ने मुझे मारा, यहाँ मुझे मारा गया और वहाँ मुझे मारा गया।’ इस टिप्पणी का उद्देश्य था यह दिखाना कि भाजपा उनके और उनकी पार्टी के खिलाफ किस तरह का व्यवहार करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जवाब
मोदी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक वयस्क व्यक्ति, जिसकी मानसिकता एक बच्चे जैसी हो, उसे यह नहीं पता होता कि कब और क्या बोलना है। मोदी ने कहा कि गांधी अक्सर लोकसभा में ऐसी हरकतें करते हैं, जिससे उनकी अपरिपक्वता झलकती है। उदाहरण के लिए, उन्होंने गांधी के लोकसभा में आँख मारने की घटना का भी उल्लेख किया। मोदी ने कहा कि अब पूरा देश गांधी को अच्छी तरह जानता है और उनसे कह रहा है, ‘तुमसे ना हो पाएगा।’
व्यक्तिगत आरोप और मददगार सहयोगी: कांग्रेस और राहुल गांधी की आलोचना
मोदी ने राहुल गांधी पर उन्ही पर जमानत का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि गांधी भ्रष्टाचार के एक मामले में जमानत पर बाहर हैं और इसका मतलब यह है कि जनता को उनके भरोसे पर शक है। मोदी ने यह भी जिक्र किया कि गांधी ने ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय के लोगों को चोर कहा था, जिसके लिए उन्हें किसी मामले में दोषी ठहराया गया था।
मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने लोकसभा में एक पोस्टर दिखाया जिसमें भगवान शिव का चित्र था। मोदी ने कहा कि किसी भी राजनीतिक लाभ के लिए देवताओं की तस्वीरों का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए, यह आस्था का विषय है और इसे राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी पर व्यापक हमला
कांग्रेस पर टिप्पणी करते हुए मोदी ने इस पार्टी को ‘परजीवी’ कहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन राज्यों में अच्छी तरह से प्रदर्शन नहीं कर पाई जहां पर वह अपने इंडिया ब्लॉक सहयोगियों के बिना चुनाव मैदान में उतरी थी। मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया कि वे नकली जीत का जश्न मनाते हैं। उन्होंने एक उदाहरण के माध्यम से इसे स्पष्ट किया – एक लड़के की कहानी जो 543 में से 99 अंक प्राप्त कर अपनी सफलता का जश्न मना रहा था, जिससे यह संकेत मिलता है कि उन्होंने लोकसभा की कुल सीटों के मुकाबले में कितना कम हासिल किया है।
संवेदनशीलता और मानवीयता की कमी
मोदी के इस भाषण ने लोकसभा में हंगामा मचा दिया। विपक्ष ने इसे कड़ी आलोचना की और कहा कि प्रधानमंत्री को इस तरह के व्यक्तिगत हमले नहीं करने चाहिए। वहीं भाजपा के नेता और समर्थक मोदी के इस बयान को उनकी सच्चाई और ईमानदारी के रूप में देख रहे हैं।
राहुल गांधी ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनके समर्थक और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के इस टिप्पणी को गलत और राजनीतिक दृष्टिकोण से प्रेरित मानते हैं।
देखने वाली बात यह होगी कि आने वाले दिनों में इस आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति का असर कैसे दिखेगा और जनता के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी की छवि पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
Manoranjan jha
जुलाई 4, 2024 AT 07:48ये सब राजनीतिक निशाना साधने की बातें अब बोरिंग हो गई हैं। देश के लोग असली समस्याओं जैसे बेरोजगारी, बढ़ती कीमतें, और स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में बात करना चाहते हैं।
ayush kumar
जुलाई 4, 2024 AT 15:03मोदी जी की बातें तो बिल्कुल सच हैं, लेकिन राहुल गांधी भी अपनी तरह से बहुत अच्छा बोलते हैं। अगर आप उनके भाषण को ध्यान से सुनेंगे, तो पता चलेगा कि वो देश के गरीबों के लिए बोल रहे हैं। ये सब व्यक्तिगत हमले बस ध्यान भटकाने की कोशिश है।
Soham mane
जुलाई 6, 2024 AT 13:34इस तरह के विवादों से कुछ नहीं होगा। हमें अपने घरों की सफाई, अपने बच्चों की शिक्षा, और अपने गांव के रास्तों की तरफ ध्यान देना चाहिए। राजनीति तो बाद में चलेगी।
Neev Shah
जुलाई 6, 2024 AT 17:00मोदी के बयानों में एक अत्यंत विशिष्ट राजनीतिक लिंग-संरचना दिखाई देती है, जो एक नव-नागरिक अहंकार को प्रतिबिंबित करती है। राहुल गांधी के व्यवहार को बालक बुद्धि कहना एक व्यक्तिगत अपमान है, जिसका उद्देश्य राजनीतिक विरोधी को अपरिपक्व ठहराना है। यह एक अत्यधिक रूढ़िवादी शक्ति संरचना का अभिव्यक्ति है।
Chandni Yadav
जुलाई 8, 2024 AT 08:27राहुल गांधी का भाषण बिल्कुल अनुचित था। उन्होंने देवताओं का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए किया, जो भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। और फिर मोदी की आलोचना करना बेकार है-उनके बयान बिल्कुल तर्कसंगत हैं।
Raaz Saini
जुलाई 10, 2024 AT 01:53तुम सब लोग ये बातें नहीं जानते कि कांग्रेस ने कितनी बार देश को नुकसान पहुंचाया है। राहुल गांधी को जमानत पर छोड़ना भी एक बड़ी गलती थी। और ये लोग अभी भी शिवजी की तस्वीर लेकर आते हैं? ये लोग देश के लिए नहीं, बल्कि अपने लिए राजनीति करते हैं।
Dinesh Bhat
जुलाई 10, 2024 AT 01:59मुझे लगता है कि दोनों ओर के नेता बहुत अधिक भावनात्मक हो गए हैं। ये सब तंज और टिप्पणियां असली समस्याओं से दूर ले जा रही हैं। अगर हम इस बारे में बात करें कि कैसे ग्रामीण इलाकों में पानी की कमी है, तो शायद देश आगे बढ़े।
Kamal Sharma
जुलाई 10, 2024 AT 09:06हम भारतीय लोग देवताओं के साथ राजनीति को मिलाने की आदत छोड़ना चाहिए। शिवजी की तस्वीर को राजनीति में लाना गलत है। और जो लोग इसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं, वो भी गलत हैं। हमें अपनी आस्था और राजनीति को अलग रखना होगा।
Himanshu Kaushik
जुलाई 10, 2024 AT 14:30राहुल गांधी को बच्चा बोलना बंद करना चाहिए। और मोदी जी बहुत सही बोल रहे हैं। अब देश के लिए काम करो, बहस नहीं।
Sri Satmotors
जुलाई 11, 2024 AT 04:51हम सब मिलकर इस लड़ाई को बंद कर सकते हैं। बस थोड़ा सा समझदारी से सोचो।
Sohan Chouhan
जुलाई 12, 2024 AT 16:16मोदी बहुत बोलता है लेकिन कुछ नहीं करता! राहुल गांधी तो बस बोल रहा है जबकि मोदी तो अपने दोस्तों को अमीर बना रहा है। जो लोग मोदी की तारीफ कर रहे हैं, वो शायद उसके लिए काम करते हैं।
SHIKHAR SHRESTH
जुलाई 14, 2024 AT 13:37क्या हम वाकई इस तरह की बातों पर इतना समय बर्बाद कर रहे हैं? एक बार देखो, देश में कितने लोग बिना बिजली के रह रहे हैं? कितने बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे? क्या ये बातें इतनी जरूरी नहीं? अगर आप असली बदलाव चाहते हैं, तो इस बहस को छोड़ दीजिए।
amit parandkar
जुलाई 15, 2024 AT 21:25ये सब एक बड़ी योजना है। मोदी जी ने राहुल को बच्चा बोलने के लिए मजबूर किया है। वो जानते हैं कि अगर राहुल गुस्सा हो जाएगा, तो लोग उसे बच्चा समझेंगे। ये सब चुनावी रणनीति है। और अगर आप ये नहीं देख पा रहे, तो आप भी उनके नियंत्रण में हैं।
Annu Kumari
जुलाई 16, 2024 AT 23:23मुझे लगता है कि दोनों ओर के नेता थोड़ा शांत हो जाएं। हम सब भारतीय हैं। एक दूसरे को बुरा नहीं बोलना चाहिए।
haridas hs
जुलाई 17, 2024 AT 09:47मोदी के बयानों में एक अत्यंत विशिष्ट नैतिक विकृति निहित है, जिसमें व्यक्तिगत आक्रमण को राष्ट्रीय नीति के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। राहुल गांधी के व्यवहार को 'बालक बुद्धि' कहना एक गैर-वैज्ञानिक और अत्यधिक अप्रासंगिक आरोप है, जो राजनीतिक विरोधी के व्यक्तित्व के विकृत चित्रण पर आधारित है। यह एक अत्यधिक अस्थिर राजनीतिक रणनीति है, जिसका उद्देश्य जनता को विचलित करना है। यह एक ऐसा व्यवहार है जिसे आधुनिक लोकतंत्र में नहीं स्वीकार किया जाना चाहिए।