पीएम नरेंद्र मोदी ने सऊदी किंग सलमान की तबियत पर जताई चिंता, शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की
मई, 23 2024प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी किंग की तबियत पर चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब के राजा सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद की तबियत को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। सऊदी किंग का स्वास्थ्य इस समय देश और विदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। किंग सलमान, जिनकी उम्र 88 वर्ष है, उन्हें फेफड़ों में संक्रमण की समस्या के कारण जेद्दा के अल सलाम पैलेस में चिकित्सीय परीक्षण के दौरान भर्ती कराया गया था। उनकी इलाज एंटीबायोटिक्स के माध्यम से की जा रही है। मोदी ने सोशल मीडिया पर एक संदेश के माध्यम से किंग सलमान के स्वास्थ्य को लेकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और कहा कि भारत की जनता पूरे दिल से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती है।
किंग सलमान की स्वास्थ्य स्थित
सूत्रों के मुताबिक, किंग सलमान को उच्च तापमान और जोड़ें के दर्द की शिकायत के चलते चिकित्सा परीक्षण के लिए ले जाया गया था। परीक्षण के परिणाम स्वरूप उनके फेफड़ों में इंफ्लेमेशन की स्थिति पाई गई और इस कारण उन्हें तत्काल उपचार की आवश्यकता है। विशेषज्ञ डॉक्टर उनकी स्थिति पर निरंतर निगरानी रखे हुए हैं और अपने सर्वोत्तम प्रयासों से उनका इलाज कर रहे हैं।
किंग सलमान की तबियत इतनी गंभीर है कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) ने अपने चार दिवसीय जापान दौरे को स्थगित कर दिया है। इस दौरे का उद्देश्य जापान-सऊदी अरब के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और भी मजबूत बनाना था। लेकिन पिता की बिगड़ी स्वास्थ्य स्थिति के चलते, उन्होंने यह दौरा टालने का निर्णय लिया।
अंतरराष्ट्रीय प्रभाव और रणनीतिक बातचीत
इस स्वास्थ्य संकट के बीच, यह भी ध्यान देने योग्य है कि मोहम्मद बिन सलमान हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन से गाजा में चल रहे संघर्ष और अमेरिका-सऊदी अरब के बीच रणनीतिक समझौतों पर चर्चा कर चुके हैं। इस बैठक के बाद दोनों देशों के बीच सुरक्षा गारंटियों और संभावित कूटनीतिक संबंधों की दिशा में एक नया ऐतिहासिक समझौता हो सकता है, जो कि इज़राइल के साथ संबंधों को भी प्रभावित कर सकता है।
इस पूरी घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए, यह देखना होगा कि किंग सलमान की सेहत में सुधार के बाद सऊदी अरब की स्थिति कैसे बदलती है और उनकी अनुपस्थिति का देश की रणनीतिक दिशा पर क्या प्रभाव पड़ता है।
भारत-सऊदी अरब के संबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सऊदी किंग सलमान के प्रति संवेदना व्यक्त करना यह दर्शाता है कि भारत और सऊदी अरब के बीच कूटनीतिक संबंध अत्यंत महत्वपूर्ण और गहरे हैं। दोनों देशों के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक संबंध बहुत मजबूत हैं। भारत हमेशा से सऊदी अरब के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के पक्ष में रहा है और इसे दोनों देशों के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
पिछले सालों में, सऊदी अरब और भारत के बीच व्यापारिक संबंधों में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसमें ऊर्जा, आधारभूत संरचना, और तेल सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग शामिल है। यह संबंध सिर्फ व्यापार तक ही सीमित नहीं है, बल्कि दोनों देशों के लोगों के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक संबंध भी बहुत मजबूत हैं। भारतीय प्रवासी भी सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं और वहां के समाज का एक अभिन्न हिस्सा हैं।
भविष्य की दिशा
किंग सलमान की स्वास्थ्य स्थिति निश्चित रूप से सऊदी अरब की कूटनीतिक और घरेलू नीतियों पर असर डाल सकती है। इसके चलते उनके स्वास्थ्य पर ध्यान देना और उनकी समस्याओं का समाधान करना ना केवल सऊदी अरब बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी महत्वपूर्ण है। जिन रणनीतिक और आर्थिक नीतियों का नेतृत्व किंग सलमान के हाथों में है, उन्हें सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने के लिए उनका स्वस्थ रहना आवश्यक है।
फिलहाल, सभी की निगाहें किंग सलमान के स्वास्थ्य पर हैं और सभी यही उम्मीद कर रहे हैं कि वह शीघ्र ही स्वस्थ हो जाएं और अपने कर्तव्यों को पुनः संभालें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा व्यक्त की गई ये शुभकामनाएं भी सऊदी अरब और भारत के बीच मजबूत संबंधों की एक मिसाल हैं।