संजू सैमसन के दमदार अर्धशतक से भारत ने पांचवें टी20I में जिम्बाब्वे के खिलाफ 167/6 का स्कोर खड़ा किया
जुल॰, 15 2024संजू सैमसन के दमदार अर्धशतक ने भारत को 167/6 तक पहुंचाया
हरारे में रविवार, 14 जुलाई 2024 को खेले गए पांचवें और अंतिम T20I मैच में भारत ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 167/6 का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। इस पारी में अधिकतर योगदान संजू सैमसन के अर्धशतक का रहा, जिन्होंने 45 गेंदों में 58 रन बनाए।
सैमसन की पारी ने संभालि भारतीय पारी
भारतीय पारी की शुरुआत बेहद अस्थिर रही। यशस्वी जायसवाल को मात्र 12 रनों पर आउट कर दिया गया। इसके बाद अभिषेक शर्मा और कप्तान शुबमन गिल भी जल्द ही क्रमशः 11 और 13 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इस समीकरण ने भारत को एक कठिन स्थिति में डाल दिया था, जहां से संजू सैमसन और रियान पराग ने टीम को संभाला।
सैमसन और पराग ने चौथे विकेट के लिए 65 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। इस दौरान उन्होंने बेहतरीन शॉट्स खेले और अधिकतर ढीली गेंदों का फायदा उठाया। सबसे उल्लेखनीय हिस्सा तब आया जब सैमसन ने ब्रैंडन मावुटो की गेंद पर लगातार दो छक्के जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया।
पराग का प्रयास और सैमसन का समर्थन
जबकि संजू सैमसन अपने आक्रमक व्यहवहार के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने इस पारी में संयम दिखाया और सही समय पर बड़े शॉट्स खेले। दूसरी ओर, रियान पराग ने सैमसन का अच्छी तरह से समर्थन किया, लेकिन रन रेट बढ़ाने के प्रयास में आउट हो गए।
सैमसन भी कुछ देर बाद उच्च स्कोर बनाने के बाद आउट हो गए, लेकिन उनका योगदान भारत के स्कोर को सम्मानजनक बनाने में महत्वपूर्ण रहा। अंत में, शिवम दुबे ने अंतिम ओवरों में तेजी के साथ 12 गेंदों में 26 रनों की पारी खेली, जिससे भारत का स्कोर 167 रन तक पहुंच सका।
ज़िम्बाब्वे की संतुलित गेंदबाजी
ज़िम्बाब्वे की गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का ज्यादा मौका नहीं दिया। गेंदबाजों ने समय-समय पर विकेट चटकाकर भारतीय रन रेट को नियंत्रित रखा। ब्रैंडन मावुटो और उनके साथियों ने सटीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की, जिससे भारत का स्कोर 167 पर ही सीमित रहा।
श्रृंखला में भारत की बढ़त
इस मैच से पहले, भारत पहले ही श्रृंखला में 3-1 की अजेय बढ़त बना चुका था। चौथे मैच में भारत ने 10 विकेट की शानदार जीत दर्ज की थी। हालांकि, इस अंतिम मुकाबले में दोनों टीमों के पास कुछ विभिन्न रणनीतियों को आजमाने का मौका मिला।
क्रिकेट प्रशंसकों को इस मुकाबले में संजू सैमसन की आक्रामक और संयमित पारी देखने को मिली, जिसने सभी का दिल जीत लिया। यह खेल सिर्फ एक खिलाड़ी के लिए नहीं, बल्कि एक टीम प्रयास का प्रतीक था, जिसमें सभी खिलाड़ियों का योगदान महत्वपूर्ण रहा।
अब देखना यह होगा कि जिम्बाब्वे की टीम कितनी मजबूती से इस चुनौती का सामना करती है और क्या वे इस स्कोर का पीछा करने में सफल हो पाते हैं या नहीं। क्रिकेट के इस आखिरी मैच में दोनों टीमों के प्रदर्शन ने इस श्रृंखला को एक यादगार बना दिया है।