Surrey ने तोड़ा 126 साल पुराना रिकॉर्ड: काउंटी चैंपियनशिप में बनाए 820 रन, डॉम सिब्ली का तिहरा शतक

सरे का धमाका: 126 साल बाद टूटा बड़ा रिकॉर्ड
क्रिकेट के इतिहास में जितने पुराने रिकॉर्ड होते हैं, उन्हें तोड़ना उतना ही मुश्किल रहता है। Surrey ने इस बार काउंटी चैंपियनशिप में ऐसा कमाल कर दिखाया है जिसे 126 साल तक कोई बदल नहीं पाया था। लंदन के ओवल मैदान पर डुरम के खिलाफ सरे ने 820 रन बनाकर 1899 में बनाए गए अपने ही 811 रनों के रिकॉर्ड को पार कर दिया। यानी सरे के नाम अब अपना ही रिकॉर्ड दोगुना करने का कारनामा है।
इतना ही नहीं, ये काउंटी चैंपियनशिप के इतिहास में चौथा सबसे बड़ा स्कोर है। मुकाबले का दबाव ऐसा नहीं था कि टीम बैकफुट पर गई हो, बल्कि बैटर्स ने एक के बाद एक पारी को लीड किया। टीम के सबसे बड़े हीरो रहे डॉम सिब्ली, जिन्होंने 305 रनों की जबरदस्त तिहरी शतकीय पारी खेली। 475 गेंदों में 29 चौके, 2 छक्के और टिककर मैदान के हर कोने में शॉट्स लगाए।

एक नहीं, चार शतकवीर
सरे की इनिंग्स में खास बात ये रही कि महज एक बल्लेबाज ने नहीं, चारों खिलाड़ियों ने टीम को ऊंचाई तक पहुंचाया। डॉम सिब्ली के 305 रन तो रिकॉर्ड बने ही, उनके साथ तीन और बल्लेबाजों ने शतक ठोके। डेन लॉरेंस ने 178, विल जैक्स ने 119 और सैम करन ने 108 रन बनाए। करन का शतक बेहद तेज गति से आया तो लॉरेंस और जैक्स ने 100 के स्ट्राइक रेट से ज्यादा रन जुटाए। साझेदारियों ने तो जैसे विपक्षी गेंदबाजों की रातों की नींद उड़ा दी—सिब्ली-करन के बीच 170, सिब्ली-लॉरेंस के बीच 334 और सिब्ली-जैक्स के बीच 133 रन की पार्टनरशिप हुई।
इतना लंबा दौरा गेंदबाजी के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं था। डुरम की ओर से विल रोड्स ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए, मगर 131 रन भी खर्च कर डाले। जॉर्ज ड्रिसल के हिस्से में 247 रन देने का अनचाहा रिकॉर्ड आया। टीम को विकेट तो मिले, लेकिन रन वहीं बढ़ते रहे। कुल मिलाकर, डुरम के गेंदबाजों को 161 ओवर तक पसीना बहाना पड़ा।
सरे की टीम ने 800 से ज्यादा रन लगातार दूसरी बार बनाए हैं, ऐसा करने वाली इतिहास में पहली टीम बन गई है। अब तक काउंटी में इससे ज्यादा सिर्फ तीन बार स्कोर बना: यॉर्कशायर (887), लंकाशायर (863) और समरसेट (850/7)।
डॉम सिब्ली ने अब सीजन में सबसे ज्यादा रन (975, औसत 75+) बना लिए हैं और टॉप स्कोरर हैं। सरे की टीम इस सीजन अब तक कोई मैच नहीं हारी और अंक तालिका में दूसरे नंबर पर है, जबकि डुरम छठे स्थान पर टिके हुए हैं। अब सबकी निगाहें सरे की अजेय रफ्तार पर टिकी हैं—क्या कोई उन्हें हरा पाएगा?