अक्षय त्रितिया 2025 – क्या है, कब पड़ता है और कैसे मनाएँ
अगर आप अभी भी नहीं जानते कि अक्षय त्रितिया कब आता है, तो चिंता न करें। ये त्यौहार हर साल शरद ऋतु में आकाश के तारे‑त्रिकूट (त्रियुज) को देखते हुए मनाया जाता है और 2025 में इसकी तिथि 27 अक्टूबर रखी गई है। इस दिन सूरज, चंद्रमा और एक ग्रह एक ही रेखा पर होते हैं, जिससे ऊर्जा का बहाव तेज़ हो जाता है। लोग इसे ‘अस्थायी शक्ति’ मानते हैं और अपने जीवन में नई शुरुआत के लिए इसका उपयोग करते हैं।
अक्षय त्रितिया कब है?
2025 की अक्षय त्रितिया शनिवार, 27 अक्टूबर को पड़ेगी। इस दिन सूरज का प्रकाश सबसे अधिक होता है और कई लोग इसे ‘सूर्य ऊर्जा’ के नाम से भी जानते हैं। अगर आप अपने कैलेंडर में नोट कर लें तो इस अवसर को याद रखना बहुत आसान होगा। सुबह जल्दी उठकर सूर्य नमस्कार करने से मन साफ़ रहता है और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा भर जाती है।
पारम्परिक रिवाज और शुभकामनाएँ
अकषय त्रितिया पर लोग मुख्यतः दो चीज़ें करते हैं: पहली, जल के बर्तन को सूर्य की रोशनी में रखकर उसे ‘शुद्ध’ करना; दूसरी, अपने घर या ऑफिस में नई चीज़ें शुरू करना। कई लोग इस दिन नया व्यवसाय खोलते हैं या किसी बड़े प्रोजेक्ट का शुभारंभ करते हैं क्योंकि माना जाता है कि यह समय भाग्य को सकारात्मक दिशा देता है।
संदेश भेजने वाले अक्सर ‘आपको अक्षय त्रितिया की बहुत‑बहुत बधाई’ लिखते हैं और साथ में कुछ प्रेरणादायक पंक्तियाँ जोड़ते हैं, जैसे “यह दिन आपके जीवन में नई रोशनी लाए” या “सफलता के हर कदम पर यह तारा आपका मार्गदर्शन करे।” आप भी अपने दोस्तों को ऐसे छोटे‑छोटे संदेश भेज सकते हैं; ये न सिर्फ रिश्तों को मजबूत बनाते हैं बल्कि सोशल मीडिया पर भी बहुत शेयर होते हैं।
अगर आप इस दिन विशेष पूजा करना चाहते हैं तो एक साफ़ जगह चुनें, उस पर कपड़े बिछाकर कलश या छोटा जल का बर्तन रखें। उसमें पानी डालकर सूर्य की रोशनी में दो‑तीन घंटे रख दें। फिर उस पानी को अपने घर के सभी सदस्य और पौधों को पिलाएँ। इस प्रक्रिया से सकारात्मक ऊर्जा पूरे परिवार में फैलती है।
कई लोग इसे व्यावसायिक अवसर भी मानते हैं। यदि आपके पास कोई स्टार्ट‑अप या नई योजना है, तो अक्षय त्रितिया पर उसे लॉन्च करने से संभावनाओं का विस्तार हो सकता है। इस दिन की सकारात्मकता को अपने मार्केटिंग मैटेरियल में जोड़ें – जैसे ‘अकषय त्रितिया स्पेशल ऑफर’ लिखें और ग्राहकों को विशेष डिस्काउंट दें। इससे आपके ब्रांड की विश्वसनीयता बढ़ेगी और ग्राहक भी खुश रहेंगे।
समाज में इस त्यौहार का एक खास पहलू है कि लोग मिलकर सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं – जैसे स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण या गरीबों को भोजन देना। ऐसे काम न केवल सामाजिक योगदान देते हैं बल्कि आपका नाम भी लोगों के दिलों में बना रहता है।
तो इस साल अक्षय त्रितिया का मौका न गँवाएँ। तिथि याद रखें, सुबह की सूर्य नमस्कार से दिन शुरू करें और अपने लक्ष्य पर फोकस बनाए रखें। चाहे आप व्यक्तिगत रूप से मना रहे हों या बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हों, सकारात्मक ऊर्जा को अपनाएं और सफलता की ओर बढ़ें।
- अप्रैल, 27 2025

अक्षय तृतीया 2025 पर सोना खरीदने का शुभ समय 29-30 अप्रैल को रहेगा, जिसमें मुख्य मुहूर्त सुबह 6 से दोपहर 1 बजे के बीच है। इस दिन विष्णु और लक्ष्मी की पूजा के साथ दान-पुण्य का खास महत्व है। 24 कैरेट सोने की कीमत 6,750-7,000 रुपये प्रति ग्राम के आसपास रह सकती है।
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