बोनस शेयर की पूरी जानकारी – आपका आसान गाइड

शेयर मार्केट सुनते ही कई लोग सोचते हैं कि ये सिर्फ खरीद‑बेच है, लेकिन असल में कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों को बोनस शेयर भी देती है। अगर आप निवेश के शौकीन हैं या बस अपना बचत बढ़ाना चाहते हैं तो बोनस शेयर समझना जरूरी है। इस लेख में हम सरल भाषा में बताएंगे कि बोनस शेयर क्या होते हैं, कब मिलते हैं और आपके पोर्टफोलियो पर क्या असर डालते हैं।

बोनस शेयर कब मिलता है?

कंपनी जब मुनाफा कमाती है तो दो विकल्प रखती है – डिविडेंड (नकद) देना या बोनस शेयर जारी करना। अगर कंपनी को लगता है कि उसके पास पर्याप्त इक्विटी है और वह अपने पूँजी संरचना को मजबूत करना चाहती है, तो बोर्ड मीटिंग में बोनस शेयर का प्रस्ताव रखा जाता है। इसके बाद शेयरधारकों को मौजूदा शेयरों के अनुपात में अतिरिक्त शेयर मिलते हैं, जैसे 1:2 बोनस (हर दो खरीदे शेयर पर एक मुफ्त)।

बोनस शेयर अक्सर सालाना या दो‑तीन साल में एक बार आते हैं, लेकिन यह कंपनी की नीति और वित्तीय स्थिति पर निर्भर करता है। जब कोई बड़ी कंपनियों जैसे रिलायंस, टाटा या एचडीएफसी बोनस देती हैं, तो बाजार में हलचल मच जाती है क्योंकि निवेशकों को अतिरिक्त शेयर मिलते ही उनका कुल होल्डिंग बढ़ जाता है।

बोनस शेयर के फायदे और सावधानियाँ

सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको बिना कोई पैसा खर्च किए अतिरिक्त शेयर मिलते हैं, जिससे आपके पास कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ जाती है। इससे दीर्घकालिक रिटर्न भी बेहतर हो सकता है, खासकर अगर कंपनी का स्टॉक कीमतें ऊपर जाएँ। साथ ही बोनस शेयर से शेयरों की लिक्विडिटी बढ़ती है और ट्रेडिंग वॉल्यूम भी अच्छा रहता है, जिससे भविष्य में खरीद‑बेच आसान होती है।

लेकिन यहाँ कुछ बातों का ध्यान रखें – बोनस शेयर मिलने के बाद स्टॉक की कीमत अक्सर घटती दिखेगी क्योंकि कुल शेर संख्या बढ़ गई है। इसका मतलब नहीं कि कंपनी ने नुकसान किया; यह सिर्फ अंक गणित है। इसलिए बोनस शेयर को अलग से ‘लाभ’ मानकर तुरंत बेचने की बजाय, अपनी निवेश योजना के हिसाब से रखना बेहतर रहता है।

अगर आप पहली बार बोनस शेयर ले रहे हैं तो अपने ब्रोकर या डिमैट अकाउंट में सही नामांकन सुनिश्चित करें। कभी‑कभी कंपनी का बोनस रिकॉर्ड डेट पास हो जाता है और आपको शर्तों को समझे बिना शेयर नहीं मिलते। इसके अलावा, टैक्स नियम भी बदलते रहते हैं – कुछ मामलों में बोनस शेयर पर कैपिटल गैन्स टॅक्स लग सकता है जब आप इसे बेचते हैं।

संक्षेप में, बोनस शेयर एक मुफ्त उपहार जैसा होता है जो आपके निवेश को बढ़ा सकता है, लेकिन साथ ही इसका सही समझदारी से उपयोग करना ज़रूरी है। हमेशा कंपनी की सालाना रिपोर्ट पढ़ें, बोर्ड मीटिंग के नोट्स देखें और तय करें कि बोनस शेयर को रखेंगे या बेच देंगे।

अब जब आप बोनस शेयर का पूरा चक्र समझ गए हैं, तो अगली बार जब कोई बड़ी कंपनी बोनस दे, तो बिना हिचकिचाए अपने पोर्टफोलियो में इस अवसर को शामिल कर सकते हैं। निवेश के लिए शुभकामनाएँ!

मुकेश अंबानी ने दीवाली पर 37 लाख निवेशकों के लिए किया बड़ा ऐलान - बोनस शेयर देकर सबको चौंकाया

मुकेश अंबानी द्वारा रिलायंस इंडस्ट्रीज के 37 लाख निवेशकों को दीवाली पर बड़े तोहफे की घोषणा की गई है, जिसमें बोनस शेयर शामिल हैं। 28 अक्टूबर 2024 को इन निवेशकों को 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर मिलेंगे, जिससे हर शेयरधारक की शेयर संख्या दोगुनी हो जाएगी। ये कदम कंपनी की दीर्घकालिक सोच को दर्शाता है, जिसे निवेशकों द्वारा भारी समर्थन मिला है।