धनतेरस - त्योहारी ख़ुशियाँ और शॉपिंग पर एक गाइड

धनतेरस से जुड़ी खबरें और गाइड

When working with धनतेरस, एक प्रमुख हिन्दू त्योहारी दिन है जो दिवाली के पाँचवें दिन मनाया जाता है और इसे समृद्धि एवं भाग्य का प्रतीक माना जाता है. Also known as धनतीज, it खरीदारी, उपहार और मिठाइयों की परम्परा के जरिए आर्थिक सौभाग्य को बढ़ाने की इच्छा को दर्शाता है. इस मौके पर लोग गहनों, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और घर की जरूरतों के लिए खरीदारी करते हैं, जिससे बाजार में तेज़ी आती है। धनतेरस की रोशनी में घर‑घर में दीया जलाते हैं, जो ऊर्जा और प्रगति का संकेत देता है। इसी तरह मिठाई की मिठास को आर्थिक समृद्धि की शुभेच्छा से जोड़ा जाता है।

खरीदारी के साथ ही धनतेरस वित्तीय योजना का एक अवसर बन जाता है। कई लोग इस दिन शेयर बाजार में निवेश या नई बॉक्स खरीदते हैं—जैसे हाल ही में IPO में टाटा कैपिटल और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने भारी मांग देखी। इसी तरह, भारतीय रेलवे ने ट्रेन किराया में छूट दी, जिससे यात्रा को सस्ता बनाकर लोग अपनी दीवाली यात्रा को प्लान करते हैं। इन आर्थिक संकेतकों से पता चलता है कि धनतेरस केवल उपहार नहीं, बल्कि खर्च को सोच‑समझकर योजना बनाने का समय भी है। इस मनोवृत्ति से लोग अपने बजट को संतुलित करते हुए नई उन्नति के मार्ग पर कदम बढ़ाते हैं।

धनतेरस पर सोशल मीडिया पर भी कई कहानियाँ उभरती हैं—जैसे प्रसिद्ध सीरीज़ या फिल्म के बड़े विज्ञापन जो इस अवसर पर लॉन्च होते हैं। यह दिखाता है कि मनोरंजन उद्योग भी इस त्योहारी माहौल से जुड़कर उपभोक्ताओं के साथ संवाद स्थापित करता है। साथ ही, इस दिन कई पारिवारिक रीति‑रिवाज जैसे उपहार देना, घर में सफ़ाई‑सुरक्षा का ख्याल रखना, और आशिर्वाद के साथ नई शुरुआत करना शामिल हैं। इन सबसे स्पष्ट होता है कि धनतेरस एक बहुआयामी घटना है—यह आर्थिक, सामाजिक और आध्यात्मिक पहलुओं को एक साथ लाता है। नीचे दिए गए लेखों में आप इस त्योहार से जुड़े नवीनतम समाचार, खरीदारी टिप्स और उत्सव की रोचक कहानियाँ पाएँगे।

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RBI के अनुसार 18 अक्टूबर 2025 को सभी प्रमुख बैंक खुले रहेंगे; धनतेरस रविवार को, कटी‑बिहु असम में शुक्रवार को है।