गो डिजिटल: क्या है, क्यों इस्तेमाल करें और नई ख़बरें
अगर आप ऑनलाइन भुगतान या बैंकिंग के बारे में सोच रहे हैं तो ‘गो डिजिटल’ का नाम अक्सर सुनाई देता है। यह सिर्फ एक ऐप नहीं, बल्कि पूरा इकोसिस्टम है जो आपके पैसे को जल्दी, सुरक्षित और आसान बनाता है। अल्टस संस्थान पर हम इस टैग की हर नई खबर, फीचर अपडेट और उपयोगी टिप्स रोज़ लाते हैं, ताकि आप बिना झंझट के काम कर सकें।
गो डिजिटल क्या है?
गो डिजिटल एक भारतीय fintech प्लेटफ़ॉर्म है जो मोबाइल वॉलेट, बिल‑पेमेंट, रीचार्ज, मनी ट्रांसफ़र और निवेश जैसी सेवाएँ एक ही जगह देता है। इसे 2018 में लॉन्च किया गया था और तब से यूज़र बेस तेज़ी से बढ़ रहा है। ऐप को उपयोग करने के लिए केवल मोबाइल नंबर की ज़रूरत होती है, KYC प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी हो जाती है और आपका खाता तुरंत एक्टिवेट हो जाता है।
मुख्य फीचर्स जो आपको पसंद आएँगे
पहला फ़ीचर ‘सुपर‑फ़ास्ट ट्रांसफ़र’ है – आप 30 सेकंड में किसी भी बैंक अकाउंट को पैसे भेज सकते हैं, चाहे वह वही बैंक हो या कोई अलग। दूसरा, ‘बिल पेमेंट ऑटोमैटिक’ जिससे बिजली, पानी, मोबाइल और DTH बिलों की रीमैन्डर सेट करके भुगतान स्वचालित हो जाता है। तीसरा, ‘डिज़िटल एसेट्स इन्वेस्टिंग’ – अब आप छोटी राशि से म्यूचुअल फंड या गोल्ड में निवेश कर सकते हैं, बिना किसी ब्रोकरेज फीस के। चौथा, ‘सिक्योरिटी लेयर’ जो दो‑फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन और एन्क्रिप्टेड डेटा ट्रांसमिशन के साथ आपके पैसे को सुरक्षित रखता है।
इन फीचर्स की वजह से गो डिजिटल रोज़मर्रा की छोटी-छोटी जरूरतों को भी आसान बनाता है। उदाहरण के तौर पर, अगर आपको शाम को सिनेमा टिकट बुक करना हो तो आप सिर्फ 3‑4 क्लिक में कर सकते हैं और तुरंत कन्फर्मेशन मिल जाता है। या फिर, जब आपके दोस्त ने पार्टी का बिल साझा किया हो, तो ‘रिवर्स पे’ विकल्प से आप उसका हिस्सा एक ही टैप में भेज सकते हैं।
अल्टस संस्थान पर हम अक्सर देखते हैं कि नए अपडेट के बाद यूज़र्स को कौन‑सी परेशानी या फायदा मिल रहा है। हालिया अपडेट ने ‘क्यूरेटेड ऑफ़र सेक्शन’ जोड़ा, जहाँ हर उपयोगकर्ता की खर्च की आदतों के आधार पर कूपन और कैशबैक दिखते हैं। यह फीचर खासकर शॉपिंग और ट्रैवल में पैसे बचाने वाले लोगों को बहुत मदद करता है।
सुरक्षा के लिहाज़ से, गो डिजिटल ने ‘फ्रॉड अलर्ट सिस्टम’ लागू किया है जो संदेहास्पद लेन‑देन पर तुरंत नोटिफ़िकेशन भेजता है और यूज़र से पुष्टि मांगता है। इससे आपके खाते में अनधिकृत ट्रांसफ़र की संभावना काफी कम हो जाती है। अगर कभी दिक्कत आए, तो 24/7 चैट सपोर्ट उपलब्ध है, जहाँ आप सीधे एजेंट से बात करके समस्या सॉल्व कर सकते हैं।
आखिरकार, गो डिजिटल को अपनाने का सबसे बड़ा कारण यह है कि यह आपके वित्तीय जीवन को सरल बनाता है। चाहे वह दैनिक खर्च हो या बड़े निवेश की योजना, सब कुछ एक ही एप में मिल जाता है। अल्टस संस्थान पर हम लगातार इस टैग से जुड़ी नई खबरें, फीचर रिव्यू और उपयोगकर्ता अनुभव साझा करते हैं, ताकि आप हमेशा अपडेट रहें और बेहतर निर्णय ले सकें। अब देर न करें, गो डिजिटल डाउनलोड करके खुद देखें कि आपका वित्तीय कामकाज कितना आसान हो सकता है।

गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड ने स्टॉक एक्सचेंजों पर फ्लैट लिस्टिंग के साथ शुरुआत की, जो निवेशकों की उम्मीदों से कम रही। कंपनी के शेयर ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर सिर्फ 5.15% की प्रीमियम के साथ 286 रुपये पर शुरुआत की, जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 3.35% की प्रीमियम के साथ 281.10 रुपये पर शुरुआत की। विशेषज्ञों ने निवेशकों को होल्ड करने या मुनाफा बुक करने की सलाह दी है।
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