JEE पाठ्यक्रम – क्या पढ़ना चाहिए और कैसे तैयार रहें

अगर आप इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए JEE देना चाहते हैं, तो सबसे पहला काम है सही पाठ्यक्रम समझना। बिना योजना के बैठकर किताब खोलने से समय बर्बाद हो सकता है। इस लेख में मैं बताऊँगा कि कौन‑से विषय कितनी महत्त्वपूर्ण हैं और तैयारी को कैसे व्यवस्थित करें। चलिए शुरू करते हैं!

मुख्य विषय और उनका वजन

JEE में तीन मुख्य सेक्शन होते हैं – गणित, फिजिक्स और केमिस्ट्री। हर एक का अलग‑अलग प्रतिशत है जो अंकपत्र पर दिखता है। गणित में अक्सर 40 % से 45 % तक प्रश्न आते हैं, इसलिए इसे सबसे पहले देखना चाहिए। फिजिक्स और केमिस्ट्री मिलाकर बाकी 55 % होते हैं, लेकिन दोनों में अवधारणाओं की गहराई अलग‑अलग होती है।

गणित के लिए आपको बीजगणित, त्रिकोणमिति, कलन और संभाव्यता पर ध्यान देना होगा। फिजिक्स में मैकेनिक, थर्मोडायनामिक्स, ऑप्टिक्स और आधुनिक भौतिकी को कवर करना जरूरी है। केमिस्ट्री में ऑर्गेनिक, इनऑर्गेनिक, फ़िज़िकल और एनीलीटिक के भाग महत्वपूर्ण हैं।

अध्ययन योजना बनाने के टिप्स

पहला कदम: एक कैलेंडर बनाएं जिसमें हर विषय को रोज़ाना 1‑2 घंटे दें। छोटे‑छोटे लक्ष्य रखें, जैसे “आज त्रिकोणमिति के सभी सूत्र दोहराऊँ” या “फिजिक्स में गति समीकरण समझूँ”. इससे मनोबल बना रहता है और प्रगति स्पष्ट दिखती है.

दूसरा कदम: पिछले सालों की प्रश्नपत्र देखें। वही पैटर्न अक्सर दोहराता है, इसलिए उन प्रश्न प्रकारों को पहले से पहचान लें। जब कोई टॉपिक बार‑बार आएगा, तो उसी पर अधिक अभ्यास करें.

तीसरा कदम: मॉक टेस्ट को नियमित रूप से रखें। एक हफ्ते में कम से कम एक पूर्ण परीक्षा दें और समय प्रबंधन का अभ्यासन करें। टेस्ट के बाद गलतियों की सूची बनाकर फिर से पढ़ें, ताकि वही त्रुटि दोबारा न हो.

अंत में, स्वस्थ रहने को मत भूलिए। पर्याप्त नींद, हल्का व्यायाम और सही खान‑पान दिमाग को तेज़ रखता है। याद रखें, JEE एक लंबी दौड़ है, इसलिए स्थायी गति बनाए रखना ज़रूरी है।

JEE Advanced 2025: आईआईटी मद्रास ने जारी किया पाठ्यक्रम, रजिस्ट्रेशन तिथि जल्द घोषित होने की उम्मीद

आईआईटी मद्रास ने जेईई एडवांस 2025 का पाठ्यक्रम आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया है। उम्मीदवार jeeadv.ac.in पर जाकर इसे देख सकते हैं। यह परीक्षा 25 मई 2025 को आयोजित होगी और इसके लिए रजिस्ट्रेशन तिथि जल्द घोषित होने की संभावना है। इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों के लिए यह पाठ्यक्रम महत्वपूर्ण है जिसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित शामिल हैं।