RBI – रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया समाचार और अपडेट

जब हम RBI, भारत का सेंट्रल बैंक, जो मुद्रा जारी करता है, मौद्रिक नीति बनाता है और वित्तीय स्थिरता देखता है. Also known as भारतीय रेज़र्व बैंक, it controls interest rates, manages foreign exchange reserves, और बैंकों की निगरानी करता है। हमारे रोज‑मर्रा के बैंकिंग लेन‑देन, बचत पर ब्याज और यहाँ तक कि स्टॉक मार्केट की हलचल—सबका सीधा संबंध RBI से है।

RBI की मौद्रिक नीति, वह फ्रेमवर्क जो रेपो रेट, रेवर्स रेपो रेट और सिक्योरिटी मैनेजमेंट तय करती है सीधे वित्तीय बाजार को गति देती है। जब RBI रेपो रेट घटाता है, तो बैंकों के पास सस्ती पूँजी आती है, जिससे कर्ज़ आसान हो जाता है और शेयर‑बॉण्ड ट्रेडिंग में volume बढ़ती है। इसी तरह बैंक अवकाश, रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित राष्ट्रीय व राज्य‑विशिष्ट बंदी के दिन लेन‑देन की टाइमिंग को बदलते हैं; कई लोग अपने फिक्स्ड डिपॉज़िट की परिपक्वता या शेयर ट्रेडिंग को इन छुट्टियों से बचाते हैं। वित्तीय बाजार वित्तीय बाजार, इक्विटी, बॉण्ड, फ़्यूचर और डेरिवेटिव्स के ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म भी RBI के दिशा‑निर्देशों पर निर्भर करता है, चाहे वह नई IPO के लिए लिस्टिंग गाइडलाइन हो या मार्च‑एंड में मार्जिन कॉल की नीति। इस तरह RBI की नीतियां (मौद्रिक नीति, बैंक अवकाश) सीधे वित्तीय बाजार को आकार देती हैं और IPO जैसे प्राथमिक सार्वजनिक प्रस्तावों पर असर पड़ता है।

नीचे आपको RBI‑से जुड़े कई लेख मिलेंगे—ऑक्टोबर 2025 के विस्तृत बैंक अवकाश कैलेंडर, मौद्रिक नीति की ताज़ा घोषणाएँ, Tata Capital और LG Electronics जैसे बड़े IPO की सब्सक्रिप्शन रेटिंग, साथ ही RBI के नए दिशानिर्देशों से प्रभावित शेयर‑बाज़ार की झलक। चाहे आप निवेशक हों, व्यापारिक निर्णय ले रहे हों या सिर्फ बैंकिंग नियमों में रुचि रखते हों, यह संग्रह आपकी जानकारी को अपडेट रखने में मदद करेगा। अब चलिए, इन सभी खबरों को देखें और अपनी वित्तीय समझ को आगे बढ़ाएँ।

RBI के अनुसार 18 अक्टूबर 2025 को बैंक खुले रहेंगे: धनतेरस‑कटीबिहु को लेकर भ्रम दूर

RBI के अनुसार 18 अक्टूबर 2025 को सभी प्रमुख बैंक खुले रहेंगे; धनतेरस रविवार को, कटी‑बिहु असम में शुक्रवार को है।