VAR क्या है? वीडियो असिस्टेंट रेफ़र्री की पूरी जानकारी
आपने टीवी पर कई बार सुना होगा "VAR" शब्द, लेकिन इसका मतलब ठीक‑ठीक नहीं पता? चलिए आसान भाषा में समझते हैं कि VAR दरअसल क्या है और यह हमारे खेलों को कैसे बदल रहा है।
VAR कैसे काम करता है?
वीडियो असिस्टेंट रेफ़र्री (VAR) एक तकनीकी सिस्टम है जो मुख्य रेफ़री की मदद के लिए कई कैमरों से ली गई लाइव फुटेज दिखाता है। जब कोई महत्वपूर्ण फैसला – गोल, पेनल्टी या रेड कार्ड – सामने आता है तो VAR टीम स्क्रीन पर रियल‑टाइम वीडियो देखती है और अगर रेफ़री का निर्णय गलत लगता है तो उसे सूचित करती है। फिर रेफ़र्री अपने हाथ के संकेत से प्ले को रोकता है, फुटेज देखता है और सही फैसला लेता है।
सिस्टम में तीन मुख्य भाग होते हैं: कई कैमरे जो विभिन्न एंगल से शूट करते हैं, एक कम्युनिकेशन सेंटर जहाँ ऑपरेटर्स वीडियो देखते हैं, और रेफ़री के पास छोटा हेडसेट या स्क्रीन जिससे वह जानकारी प्राप्त करता है। इस प्रक्रिया को अक्सर केवल 2‑3 मिनट में पूरा किया जाता है ताकि खेल का रुकाव ज्यादा न हो।
खेल में VAR के फायदे और चुनौतियां
सबसे बड़ा फायदा यह है कि गलत फैसले कम होते हैं। उदाहरण के तौर पर फुटबॉल में कई बार गोल को ऑफसाइड या पेनल्टी की झूठी कॉल से बचाया गया है, जिससे टीमों का जीत‑हार अधिक न्यायसंगत हो गया। क्रिकेट में भी तेज़ बॉल डिटेक्शन और आउट‑नॉट सिचुएशन में मदद मिलती है, खासकर टी20 जैसी तेज गति वाली फॉर्मैट में।
हालांकि VAR के कुछ नुकसान भी हैं। कभी‑कभी रेफ़री को निर्णय लेने में देर लग जाती है, जिससे दर्शकों को थका देता है। साथ ही तकनीकी गड़बड़ी या कैमरा एंगल की कमी से सही फ़ैसला नहीं हो पाता। इन कारणों से फैंस अक्सर “क्या यह ज़रूरी था?” सवाल उठाते हैं।
अगर आप घर पर मैच देख रहे हैं तो VAR को समझने के लिए कुछ टिप्स मददगार होते हैं:
- जब रेफ़री हाथ हिलाकर संकेत दे, स्क्रीन पर छोटे‑छोटे रिव्यू देखें – ये वही है जहाँ VAR काम करता है।
- फैंस की राय और सोशल मीडिया में चर्चा अक्सर वैध कारणों से होती है, इसलिए तुरंत निष्कर्ष न निकालें।
- खेल के नियमों को पहले से जान लें; अगर आपको पता होगा कि कौन‑से फैसले पर VAR लागू होता है तो आप बेहतर समझ पाएंगे।
भारत में अब फुटबॉल लीग (ISL) और कई अंतर्राष्ट्रीय मैचों में VAR का इस्तेमाल बढ़ रहा है, और क्रिकेट बोर्ड भी कुछ बड़े टूर्नामेंट में इसे टेस्ट कर रहा है। समय के साथ यह सिस्टम और सटीक होगा, कैमरों की संख्या बढ़ेगी और फैंस को रीयल‑टाइम इनफ़ॉर्मेशन मिलती रहेगी।
अंत में कहा जाए तो VAR सिर्फ एक तकनीकी टूल नहीं, बल्कि खेल का हिस्सा बन चुका है। इसका सही उपयोग मैच को साफ़-सुथरा बनाता है, लेकिन इसे समझने के लिए दर्शकों को थोड़ा धैर्य भी चाहिए। अगले बार जब आप किसी गेम में "VAR" शब्द सुनें, तो जानिए कि पीछे क्या प्रोसेस चल रही है और क्यों रेफ़री कुछ सेकंड रोक लेता है। यही ज्ञान खेल को अधिक मज़ेदार बनाता है।
- जन॰, 19 2025

अर्सेनल और एस्टन विला के बीच हुए मुकाबले में दिलचस्प मोड़ तब आया जब अर्सेनल की उम्मीदें VAR के फैसले से टूट गई। मुकाबला 2-2 से बराबरी पर खत्म हुआ, जिससे अर्सेनल लिवरपूल से छह अंक पीछे रह गया। मैच में कई रोमांचक क्षण आए लेकिन आखिरी समय पर VAR के हस्तक्षेप ने इसे और भी नाटकीय बना दिया।
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