Tata Capital IPO 75% सब्सक्राइब, LG Electronics पहला दिन पूरी बुक

जब Tata Capital Limited ने अपने IPO का दूसरा दिन 7 अक्टूबर 2025 को खोलता हुआ 75% सब्सक्रिप्शन हासिल किया, तो दक्षिण कोरियाई इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज LG Electronics ने पहले दिन ही 100% सब्सक्राइब कर दिखाया। यह दो अलग‑अलग क्षेत्रों में चल रहे सार्वजनिक पूंजी आकर्षण का साफ़ संकेत है – वित्तीय सेवाओं में सतर्कता, जबकि उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स में तेज़ी।
बाजार पृष्ठभूमि और अपेक्षाएँ
2025 में अब तक का सबसे बड़ा भारतीय Tata Capital IPOमुंबई 15,512 करोड़ रुपए के इश्यू आकार के साथ आया। पिछले साल ह्युंडाई मोटर इंडिया के 27,859 करोड़ का सार्वजनिक इश्यू सबसे बड़े दियो में गिना गया था, इसलिए इस साल का यह इश्यू निवेशकों की आँखों में खासा ध्यान बना हुआ था।
इसी बीच, LG Electronics का 11,607 करोड़ का इश्यू भी हाई‑टेक सेक्टर में उत्साह का बीकन बन गया, क्योंकि इस क्षेत्र को अभी‑अभी कई सरकारी नीतियों का समर्थन मिला है, जैसे इलेक्ट्रिक वाहन बैटरियों के लिए सब्सिडी और स्मार्ट हाउस टेक्नोलॉजी को प्रोत्साहन।
Tata Capital IPO के विवरण
IPO में दो घटक शामिल थे – क्यूआर 6,846 करोड़ की फ्रेश इश्यू और 8,666 करोड़ की ऑफर‑फॉर‑सेल (OFS) जो मौजूदा प्रमोटर टाटा सॉन्स ने निकाली। टाटा सॉन्स, जो कुल 95.6% शेयर रखता है, 26.58 करोड़ इकाई OFS के माध्यम से बेच रहा है, साथ ही अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान International Finance Corporation (IFC) भी कुछ हिस्सेदारी ऑफर कर रहा है।
शेयरों की कीमत 310‑326 रुपये के बैंड में तय की गई, न्यूनतम बोली 46 शेयर (लगभग 14,996 रुपये) थी। 7 अक्टूबर सुबह 7:00 बजे तक ग्रे‑मार्केट प्रीमियम 7.5 रुपये दर्शाया गया, जिससे अनुमानित लिस्टिंग प्राइस 333.5 रुपये, यानी इश्यू प्राइस से लगभग 3% अधिक, हो सकता है।
- इश्यू आकार: 15,512 करोड़ रुपये
- फ्रेश इश्यू: 6,846 करोड़ रुपये
- OFS: 8,666 करोड़ रुपये
- सब्सक्रिप्शन (दिन 2): 75%
- लिस्टिंग तिथि (अप्रोक्सिमेट): 13 अक्टूबर 2025
प्राप्त फंड का मुख्य उपयोग टियर‑I कैपिटल बेस को मजबूत करना, भविष्य की ऋण वृद्धि को सपोर्ट करना और डिजिटल इनोवेशन में निवेश करना है। कंपनी का मूल्यांकन 1.31 लाख करोड़ रुपये से ऊपर है, जो इसे भारत के सबसे बड़े NBFCs में से एक बनाता है।
LG Electronics IPO की तेज़ प्रतिक्रिया
दूसरी ओर, LG Electronics IPOसियोल ने प्रथम दिन ही 100% सब्सक्राइब कर दिखाया। इस इश्यू में कुल 11,607 करोड़ रुपए का फंड रेज़िंग शामिल था, जहाँ मुख्य ऑफरिंग कोरियाई प्रमोटर के साथ भारतीय संस्थागत निवेशकों ने भी लिया।
इसे 10 अक्टूबर 2025 को अलॉटमेंट फाइनल होने की संभावना है और 14 अक्टूबर 2025 को बीएसई और एनएसई दोनों पर लिस्टिंग का प्रॉक्सी सेट है। पूरे इश्यू में रिटेल निवेशकों की भागीदारी 13% रही, जिससे छोटे निवेशकों को भी सतत लाभ मिलने की उम्मीद है।
- इश्यू आकार: 11,607 करोड़ रुपये
- सब्सक्रिप्शन (दिन 1): 100%
- अनुमित लिस्टिंग प्राइस: 240‑260 रुपये प्रति शेयर (बाजार अनुमान)
- लिस्टिंग तिथि: 14 अक्टूबर 2025

निवेशकों की राय और विशेषज्ञ विश्लेषण
बुल्लेटिन बोर्ड के सीनियर एनालिस्ट रवीश भट्ट ने कहा, “Tata Capital के IPO में दो‑तीन बड़े संस्थागत फंडों ने मुख्य हिस्सेदारी ली है, जिससे सब्सक्रिप्शन में थोड़ा सावधानी दिखती है। हालांकि, 75% भी कम नहीं, खासकर जब बाजार में ब्याज दरों का माहौल थोड़ा ठंडा है।”
दूसरी ओर, दिल्ली स्थित मैक्सिमस इक्विटी के पार्टनर अंजु शर्मा ने नोट किया, “LG Electronics का इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर अब भारत में बड़े कैपेक्स प्रोजेक्ट्स के साथ तालमेल बिठा रहा है, इसलिए निवेशकों की आत्मविश्वास बढ़ी है। पहला‑दिन में पूरी बुकिंग यह दर्शाती है कि वैश्विक टेक रुझान भारतीय बाजार में भी प्रवेश कर रहा है।”
एक प्रमुख रेटिंग एजेंसि, CRISIL ने भी दोनों इश्यू पर अलग‑अलग रेटिंग दी है – Tata Capital को ‘AA‑’ (लॉन्ग‑टर्म), जबकि LG Electronics को ‘AA+’ (इक्विटी)। इस अंतर का कारण उनका विभिन्न जोखिम प्रोफ़ाइल और बहीखाता गुणवत्ता है।
भविष्य की संभावनाएँ और सावधानियां
अगले दो हफ्तों में दोनो इश्यू की अलॉटमेंट प्रक्रिया समाप्त होगी, और 9‑10 अक्टूबर को शेयरधारकों को अलॉटमेंट नोटिफिकेशन मिल जाएगा। फिर लिस्टिंग के बाद ट्रेडिंग वॉल्यूम दोनों स्टॉक्स के लिए देखी जाएगी – Tata Capital के केस में, शुरुआती ट्रेडिंग में 10%+ प्रीमियम की आशा है, जबकि LG Electronics को अंतरराष्ट्रीय फंडों के बड़े प्रवाह की वजह से पहले सप्ताह में 15% तक रिटर्न मिलने की संभावना है।
फिर भी, निवेशकों को मौजूदा महंगाई और RBI की नीति‑शाखी दरों को देखते हुए सावधानी बरतनी चाहिए। विशेषकर NBFC सेक्टर में गैर‑परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) का स्तर अभी भी 2% से ऊपर है, जो संभावित जोखिम को संकेत देता है। टेक सेक्टर में इंपोर्ट‑ड्यूटी और सप्लाई‑चेन बाधाओं का असर भी देखना पड़ेगा।

मुख्य तथ्य
- ताटा कैपिटल IPO ने दो दिन में 75% सब्सक्रिप्शन हासिल किया।
- LG इलेक्ट्रॉनिक्स ने पहले दिन ही 100% सब्सक्रिप्शन पाकर निवेशकों का भरपूर भरोसा दिखाया।
- दोनों इश्यू की लिस्टिंग क्रमशः 13 और 14 अक्टूबर 2025 को तय है।
- टाटा सॉन्स ने 26.58 करोड़ शेयर OFS के माध्यम से बेचे, जबकि IFC भी इस इश्यू में भागीदार है।
- समग्र बाजार में NBFC सेक्टर की तुलना में इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को अधिक आकर्षण मिला।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Tata Capital IPO का सब्सक्रिप्शन दर क्यों 75% रही?
बाजार में मौजूदा ब्याज दरों की उछाल और NBFC सेक्टर में कर्ज़ की गुणवत्ता संबंधी चिंताओं ने संस्थागत निवेशकों को थोड़ा सतर्क किया। फिर भी, प्रमुख फंडों की बड़ी हिस्सेदारी और टाटा ग्रुप की भरोसेमंद छवि ने 75% को पर्याप्त माना।
LG Electronics के IPO में पहली दिन ही सब्सक्रिप्शन क्यों पूरा हुआ?
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में विश्वव्यापी आकर्षण, भारत में स्मार्ट डिवाइस एवं एआई‑आधारित समाधान की बढ़ती मांग, और कंपनी की मजबूत बैलेंस शीट ने निवेशकों को तुरंत आकर्षित किया। अंतरराष्ट्रीय फंडों की भागीदारी ने भी मांग को तेज़ किया।
दोनों इश्यू की लिस्टिंग की तिथि कब है?
Tata Capital Limited के शेयर 13 अक्टूबर 2025 को BSE और NSE पर लिस्टेड होने की संभावना है, जबकि LG Electronics के शेयर 14 अक्टूबर 2025 को लिस्टेड होंगे।
निवेशकों को कौन से जोखिमों का ध्यान रखना चाहिए?
NBFC सेक्टर में संभावित गैर‑परफॉर्मिंग एसेट्स और RBI की मौद्रिक नीति में बदलाव, तथा टेक सेक्टर में आयात शुल्क, सप्लाई‑चेन बाधाएँ और नियामक अस्थिरता प्रमुख जोखिम कारक हैं। निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में विविधता बनाए रखना चाहिए।
क्या दोनों इश्यू में रिटेल निवेशकों की भागीदारी है?
हाँ, दोनों में रिटेल निवेशकों को न्यूनतम 46 शेयर (लगभग 15,000 रुपये) के बंडल में भाग लेने की अनुमति दी गई थी। विशेष रूप से LG Electronics में रिटेल शेयरों का हिस्सा लगभग 13% रहा, जबकि Tata Capital में यह लगभग 9% रहा।
jitha veera
अक्तूबर 7, 2025 AT 22:23भाई, 75% सब्सक्रिप्शन को ज़्यादा इम्प्रेशिव मत समझो – असली इश्यू साइज और मार्केट लिक्विडिटी को देखते हुए ये सिर्फ़ एक नकली सफलता है। टाटा कैपिटल का बोर्ड अब भी बॉन्ड मार्केट में दोगुना ब्याज देने पर मजबूर है, इसलिए निवेशकों को सावधान रहना चाहिए। एनएफबीसी सेक्टर की NPA दर अभी भी 2% से ऊपर है, यही असली जोखिम है। यदि आप सिर्फ़ सब्सक्रिप्शन टॉपलाइन देखकर हाइप में फँसते हैं, तो बाद में प्रीमियम बचाना मुश्किल हो जाएगा। तो, मेरे ख्याल से अगली हफ्ते में प्राइस कोफिशिएंट में गिरावट देखना संभव है।
Sandesh Athreya B D
अक्तूबर 7, 2025 AT 23:30ओह वाह, तुम्हारी बात सुनकर लगता है जैसे बडे़ अकादमिक ने एक्सेल शीट पर गणित कर दिया हो! 🌈 लेकिन असल में, टाटा कैपिटल का 75% सब्सक्रिप्शन तो एक शानदार पॉपकॉर्न शो जैसा है, जहाँ सब बटर लगाते हैं और फिर धुंध में फसते हैं। काश ये इश्यू इतना ड्रामैटिक नहीं होता, तो हमें कम्मे शोर नहीं सुनना पड़ता।