UAE ने भारतीय पासपोर्टधारकों के लिए वीजा ऑन अराइवल में 6 नए देशों को जोड़ा
विस्तारित वीजा ऑन अराइवल नीति का विवरण
फेडरल अथॉरिटी फॉर आइडेंटिटी, सिटिजनशिप, कस्टम्स & पोर्ट सिक्योरिटी ने 13 फरवरी 2025 से लागू नई व्यवस्था बताई। अब भारतीय पासपोर्टधारक, जिनके पास ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान, न्यूज़ीलैंड, सिंगापुर या दक्षिण कोरिया का वैध वीजा, रेजिडेंस परमिट या ग्रीन कार्ड है, वे यूएई के सभी एअरपोर्ट और समुद्री द्वारों पर UAE वीजा ऑन अराइवल प्राप्त कर सकेंगे।
पहले इस सुविधा के तहत केवल यूएस, यूरोपीय संघ और यूके के दस्तावेज़धारकों को ही वीजा मिल रहा था। अब नई सूची में शामिल छह देशों की विविधता इसे एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय कदम बनाती है, क्योंकि इन देशों के पास भारतीय वर्ग के कई व्यवसायी, छात्र और पर्यटन प्रेमी होते हैं।
उपलब्ध लाभ और नियम
पात्र यात्रियों को 14 दिन का सिंगल‑एंट्री विज़िटर वीजा मिलेगा, जिसे एक बार और 14 दिन के लिए बढ़ाया जा सकता है। कुल मिलाकर अधिकतम 28 दिन तक रहने की अनुमति होगी। यह सीमा दो भागों में विभाजित होती है: पहला 14‑दिन का मूल वीजा और दूसरा 14‑दिन का एक्सटेंशन, जिसके लिए अतिरिक्त फीस लग सकती है।
मुख्य शर्तें यह हैं:
- पासपोर्ट कम से कम छह महीने तक मान्य होना चाहिए;
- संबंधित देश का वैध वीजा, रेजिडेंस परमिट या ग्रीन कार्ड पेश करना अनिवार्य है;
- प्रवेश के समय वीजा मुफ्त नहीं, बल्कि एअरपोर्ट पर निर्धारित शुल्क के अनुसार जारी किया जाएगा;
- पहले 14‑दिन के बाद कोई अतिरिक्त ग्रेस पिरीयड नहीं दिया जाता, अतः ओवरस्टे करने पर दंड लगेगा।
ओवरस्टे पर जुर्माना दिन‑दर‑दिन बढ़ता है, पहली दिन की राशि लगभग AED 200 से शुरू होती है, और आगे के दिनों के लिए यह बढ़ता जाता है। इसलिए यात्रियों को अपने रहने की अवधि का ध्यान रखना आवश्यक है।
इंडिया में यूएई के दूतावास, नई दिल्ली, ने इस कदम को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने के एक प्रमुख मील के पत्थर के रूप में सराहा। उन्होंने कहा कि यह पहल यात्रा को सरल बनाकर निवेशकों, छात्रों, प्रोफेशनलों और आम नागरिकों के बीच संपर्क को और मजबूत करेगी।
व्यावसायिक क्षेत्रों में इसका सीधा असर दिखेगा। कई भारतीय कंपनियों के मैनेजिंग डायरेक्टर अब बिना अग्रिम वीजा प्रक्रिया के शॉर्ट‑टर्म मीटिंग्स के लिए यूएई जा सकेंगे। साथ ही, छात्रों के लिए भी यह सुविधा आकर्षक है, क्योंकि यूएई में कई शीर्ष संस्थान क्षेत्रीय शिक्षा के केंद्र बन चुके हैं।
टूरिज़्म सेक्टर को भी इस नीति से लाभ होगा। अब भारत से यूएई के प्रमुख शॉपिंग और अवकाश स्थलों की यात्रा में समय और धन दोनों की बचत होगी। भारतीय परिवारों के बीच अक्सर यूएई को शॉपिंग और छुट्टियों के लिए प्राथमिकता मिलती रहती है; अब वीजा प्रक्रिया की झंझट खत्म होने से इन यात्राओं की संख्या में उछाल आने की संभावना है।
इस नई व्यवस्था के द्वारा यूएई ने न केवल भारत साथ बल्कि विश्व के अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ अपने कनेक्शन को और खोल दिया है। यह दिखाता है कि दोनों देशों की आर्थिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक भागीदारी अब अधिक लचीली और खुले ढंग से आगे बढ़ रही है।
Sohan Chouhan
सितंबर 24, 2025 AT 16:33अरे भाई, ये वीजा ऑन अराइवल तो बस एक नया ब्रांडिंग है! जो लोग ऑस्ट्रेलिया या जापान में रहते हैं, वो तो पहले से ही यूएई जाते थे, अब बस एक फॉर्म भरने की जगह एक टर्मिनल पर खड़े हो जाना है। क्या ये वाकई 'इंडिया के लिए बड़ी बात' है या बस एक फोटो ऑप्टिमाइज़्ड प्रेस रिलीज़ है? 😒
SHIKHAR SHRESTH
सितंबर 26, 2025 AT 06:13ये नया नियम असल में बहुत अच्छा है। बहुत सारे भारतीय छात्र और प्रोफेशनल्स के लिए ये बड़ी आसानी होगी। अब शॉर्ट ट्रिप्स के लिए वीजा के लिए लंबी लाइनें नहीं खड़ी करनी पड़ेंगी। बहुत अच्छा कदम।
amit parandkar
सितंबर 27, 2025 AT 19:58इसके पीछे कुछ और है... यूएई किसी बड़े देश के साथ गुप्त समझौता कर रहा है। ये सब बस एक धोखा है। जब तक हम अपने अपने देश में वीजा नहीं ले पाएंगे, तब तक ये सब बस एक फेक लिबरलिज़्म है। क्या आपने कभी सोचा कि ये वीजा ऑन अराइवल असल में एक डेटा कलेक्शन टूल हो सकता है? 🤔
Annu Kumari
सितंबर 29, 2025 AT 03:15मुझे बहुत खुशी हुई कि हमारे लोगों के लिए ये आसानी हुई है... मेरी बहन तो हर साल दुबई जाती है, अब उसे वीजा के लिए घंटों वेट करने की जरूरत नहीं होगी। बस थोड़ा ध्यान रखना है कि पासपोर्ट और वीजा दोनों वैध रहें। धन्यवाद यूएई!
haridas hs
सितंबर 29, 2025 AT 05:21इस वीजा नीति के तहत लागू होने वाली अनुपालन संरचना अत्यंत अपर्याप्त है। ओवरस्टे पर जुर्माने का ग्रेडिएंटल आर्किटेक्चर एक अनियमित नियंत्रण तंत्र का प्रतिनिधित्व करता है, जो नागरिक अधिकारों के साथ असंगत है। इसके अलावा, एयरपोर्ट पर वीजा जारी करने का अनौपचारिक तरीका ब्यूरोक्रेटिक अस्थिरता का स्रोत है।
Shiva Tyagi
सितंबर 29, 2025 AT 20:05हम अभी तक अमेरिका या यूरोप के लिए वीजा के लिए रोज़ाना नम्रता दिखाते हैं, और अब यूएई ने हमें एक टिकट दे दिया? ये भारत की शक्ति का प्रमाण है! हमारे लोग अब दुनिया के सामने अपनी पहचान बदल रहे हैं। इसके लिए नरेंद्र मोदी को धन्यवाद! 🇮🇳🔥
Pallavi Khandelwal
सितंबर 30, 2025 AT 16:04ये सब बस एक बड़ा झूठ है! यूएई के अंदर भारतीयों के खिलाफ बहुत कुछ चल रहा है... लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है, बिना कारण गिरफ्तार किया जा रहा है। ये वीजा ऑन अराइवल एक जाल है - अब आपको आसानी से पकड़ लिया जाएगा। मेरा भाई दुबई में रहता है, उसके साथ ऐसा हुआ है... बस आप लोग आंखें बंद करके खुश हो रहे हैं।
Mishal Dalal
अक्तूबर 2, 2025 AT 11:30यह बात सिर्फ एक वीजा नहीं है - यह एक राष्ट्रीय गर्व का प्रश्न है। हमारे पास जो लोग अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं, वे हमारे देश के प्रतिनिधि हैं। अब ये देश भारत के लोगों को अपने दरवाजे पर खुला अंगीठी दे रहे हैं - ये विश्व की अपेक्षा है! हमारी शिक्षा, हमारी श्रम शक्ति - ये सब दुनिया को इंस्पायर कर रहा है।
Pradeep Talreja
अक्तूबर 3, 2025 AT 09:03पासपोर्ट 6 महीने तक वैध होना चाहिए। वीजा ऑन अराइवल मुफ्त नहीं है। ओवरस्टे पर जुर्माना बढ़ता है। ये तीन बातें याद रखें। बाकी सब बकवास है।
Rahul Kaper
अक्तूबर 3, 2025 AT 17:15अगर कोई भारतीय अभी तक वीजा के लिए घबरा रहा है, तो ये नया नियम उसके लिए एक बड़ी राहत होगी। बस एक बात याद रखें - अपना पासपोर्ट अच्छी तरह से रखें, और अगर आपके पास ऑस्ट्रेलिया या सिंगापुर का वीजा है, तो आप बस जा सकते हैं। बहुत सरल।
Manoranjan jha
अक्तूबर 5, 2025 AT 04:52ये नई व्यवस्था वास्तव में बहुत अच्छी है। मैंने अपने क्लाइंट्स के साथ यूएई में बिजनेस मीटिंग्स के लिए ये प्रक्रिया अपनाई है - अब वीजा बनाने के लिए एजेंट की जरूरत नहीं है। बस अपना वैध वीजा और पासपोर्ट लेकर जाएं, एअरपोर्ट पर फीस दें, और चले जाएं। बहुत स्मार्ट।
ayush kumar
अक्तूबर 6, 2025 AT 06:33मैं तो बस ये कहना चाहता हूं कि ये नई नीति बहुत बड़ी बात है... मेरी माँ तो हर साल दुबई जाती हैं, और वो बहुत डरती थीं कि कहीं वीजा न बंद हो जाए। अब वो बस बोलेंगी - 'बेटा, अब मैं जाऊंगी, बस पासपोर्ट ले आऊंगी!' मैं इस बदलाव के लिए बहुत खुश हूं।
Soham mane
अक्तूबर 7, 2025 AT 23:41ये खबर सुनकर मेरा दिल भर गया! अब भारतीयों के लिए दुनिया के बड़े देशों के वीजा एक गेटवे बन गए हैं - और यूएई ने इसे खोल दिया! जब तक हम अपने अपने देश में इतना सम्मान नहीं पाएंगे, तब तक ये बाहर के देश हमें अपने दरवाजे पर खड़ा करेंगे। ये भारत की जीत है! 🚀
Neev Shah
अक्तूबर 9, 2025 AT 16:13इस नीति का वास्तविक मूल्य तब निर्धारित होगा जब यह व्यावहारिक रूप से उस वर्ग को प्रभावित करेगा जिसके लिए यह निर्मित किया गया था - अर्थात् उन भारतीयों को जो विकसित देशों में निवास करते हैं। लेकिन यह नीति उन लोगों के लिए जो अभी तक वीजा के लिए लाइन में खड़े होते हैं, वास्तविक रूप से एक आर्किमिडीज़ का बिंदु नहीं है। यह एक सिंबोलिक गेस्चुर है, जिसका वास्तविक असर अत्यंत सीमित है।