VinFast VF6 और VF7 भारत में लॉन्च: कीमत 16.49–20.89 लाख, Tata–Mahindra को सीधी चुनौती

VinFast VF6 और VF7 भारत में लॉन्च: कीमत 16.49–20.89 लाख, Tata–Mahindra को सीधी चुनौती सित॰, 7 2025

भारत में VinFast की एंट्री: कीमतें, प्लांट और रणनीति

भारतीय ईवी बाजार में एक बड़ा मोड़—वियतनाम की VinFast ने VF6 और VF7 इलेक्ट्रिक SUV लॉन्च कर दी हैं। तारीख याद रखिए: 6 सितंबर 2025। शुरुआत ऐसी कीमतों से हुई है जिन पर नजर टिक जाती है—VF6 16.49 लाख और VF7 20.89 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से। यही वह बिंदु है जहां मुकाबला तेज होगा, क्योंकि यह दायरा सीधे तौर पर Tata Nexon EV और Mahindra XUV400 जैसी लोकप्रिय ईवी को चुनौती देता है।

कंपनी ने शुरुआत से ‘इंडिया-फर्स्ट’ संकेत दिए। CEO फाम सन्ह चाउ—जो पहले भारत में राजनयिक भी रह चुके हैं—ने साफ कहा, “ये कारें सिर्फ ‘मेक इन इंडिया’ नहीं, बल्कि भारतीयों द्वारा, भारतीय परिवारों के लिए बनाई गई हैं।” इसका मतलब सिर्फ असेंबली नहीं, बल्कि भारतीय उपयोग की बारीकियों—ऊबड़-खाबड़ सड़कें, लंबी दूरी, गर्मी, और फैमिली-फोकस्ड फीचर्स—पर फोकस।

तमिलनाडु के तूतीकोरिन (Thoothukudi) में लोकल असेंबली फैसिलिटी पहले ही चालू है। पहले चरण में सालाना 50,000 यूनिट की क्षमता तय हुई है, जिसे दूसरे चरण में बढ़ाकर 1.5 लाख यूनिट करने की योजना है। लोकल असेंबली का सीधा असर कीमत पर दिखा—इम्पोर्ट ड्यूटी बचती है और सप्लाई चेन देश में ही सेट होती है। इससे सर्विस, पार्ट्स उपलब्धता और डिलीवरी टाइमलाइन पर भी फायदा मिलेगा।

एक और दिलचस्प फैसला—कंपनी ने उस सरकारी नीति का विकल्प नहीं चुना, जिसमें वार्षिक 8,000 ईवी आयात पर रियायत और 500 मिलियन डॉलर निवेश के बदले कस्टम फायदा मिलता। इसके बजाय VinFast ने सीधे उत्पादन की राह पकड़ी। संदेश स्पष्ट है: यहां रहने और बढ़ने आए हैं, सिर्फ ‘टेस्ट द वॉटर’ नहीं।

कस्टमर बेनिफिट्स भी आक्रामक हैं—जुलाई 2028 तक फ्री चार्जिंग, 10 साल या 2 लाख किमी की वारंटी, और पहले 3 साल का कंप्लीमेंट्री मेंटेनेंस। इस कॉम्बो का असर टोटल कॉस्ट ऑफ ओनरशिप पर पड़ेगा। शुरुआती खरीदारों के लिए यह ‘रिस्क कवर’ जैसा है, खासकर तब, जब लोग बैटरी लाइफ और मेंटेनेंस को लेकर सवाल पूछते हैं।

नेटवर्क की बात करें तो कंपनी 2025 के अंत तक करीब 35 रिटेल आउटलेट खोलने की तैयारी में है। शुरुआती फोकस मेट्रो और बड़े टियर-2 शहरों पर रहेगा—जहां ईवी अपनाने की गति तेज है और चार्जिंग की संभावनाएं बेहतर हैं।

उद्योग जगत ने इस एंट्री को ‘टाइमली’ कहा। मॉडलामा ग्रुप के अध्यक्ष अनुज पांडे ने इसे भारतीय ईवी बाजार के लिए सही समय पर आया कदम बताया। मानेटेक इलेक्ट्रॉनिक्स के आर.के. राम का पॉइंट और सटीक है—“फ्री चार्जिंग कमिटमेंट अभी के चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर गैप को ब्रिज करेगा।”

VF6 और VF7: रेंज, फीचर्स, मुकाबला और रोज़मर्रा का मतलब

VF6 कॉम्पैक्ट SUV है—शहर और हाईवे दोनों के लिए। 59.6 kWh बैटरी पैक के साथ ARAI-प्रमाणित 468 किमी तक की रेंज कंपनी ने बताई है। फास्ट चार्जिंग पर 10% से 70% तक लगभग 25 मिनट का समय बताया गया है। 2,730 मिमी व्हीलबेस और 190 मिमी ग्राउंड क्लीयरेंस—ये नंबर बताते हैं कि कार भारतीय सड़कों के लिए प्रैक्टिकल होगी, स्पीड-ब्रेकर और गाँव-कस्बों की टूटी सड़कों पर भी।

VF6 में तीन वेरिएंट—अर्थ (Earth), विंड (Wind) और विंड इन्फिनिटी (Wind Infinity)—मिलते हैं, दो इंटीरियर ट्रिम कलर के साथ। बेस अर्थ वेरिएंट 130 kW/250 Nm मोटर के साथ आता है। फीचर-लिस्ट ‘एंट्री’ वर्जन के लिए उदार कही जाएगी—12.9 इंच इंफोटेनमेंट, ऑटो एसी, पावर्ड ड्राइवर सीट, क्रूज़ कंट्रोल, पियानो-स्टाइल गियर सेलेक्टर के साथ डेडिकेटेड ड्राइव मोड बटन, इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक और ऑटो-होल्ड।

बड़ी VF7 ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी देती है—दो बैटरी विकल्प: 59.6 kWh पैक (लगभग 175 bhp/250 Nm, 438 किमी रेंज) और 70.8 kWh पैक (लगभग 201 bhp/310 Nm, 532 किमी रेंज)। हाईयर वेरिएंट में ऑल-व्हील-ड्राइव भी मिलेगा, जो खराब मौसम और घुमावदार पहाड़ी रास्तों पर भरोसा बढ़ाता है। VF7 में 19-इंच अलॉय, ऑल-एलईडी लाइटिंग, कनेक्टेड DRLs और टेल-लैंप्स, और थीम-बेस्ड कलर पैलेट मिलता है—नामकरण Earth, Wind, Sky लाइनों के साथ।

VF7 की फीचर-लिस्ट प्रीमियम है—क्लर्ड हेड-अप डिस्प्ले, लेवल-2 ADAS सूट, कूल्ड फ्रंट सीट्स, 8-वे पावर्ड ड्राइवर सीट, डुअल-ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल, एयर प्यूरीफायर, 8-स्पीकर साउंड, पैनोरामिक ग्लास रूफ और टाइप-सी चार्जिंग। सॉफ्टवेयर-फर्स्ट एप्रोच के संकेत भी मिलते हैं—ऐसे सेटअप में OTA अपडेट्स आमतौर पर अहम होते हैं; VinFast ने इसे अपने ‘टेक-फॉरवर्ड’ पैकेज का हिस्सा बताया है।

अब रियल-वर्ल्ड की बात। ARAI रेंज लैब कंडीशंस में टेस्ट होती है। असल दुनिया में ट्रैफिक, एसी, हाईवे-शहर का मिक्स और ड्राइविंग स्टाइल रेंज घटाते-बढ़ाते हैं। 59.6 kWh पैक के साथ VF6 का 468 किमी का दावा वाजिब लगता है, मगर मिक्स्ड कंडीशंस में यूजर्स को इससे कम आंकड़ा देखने को मिल सकता है—यह सभी ईवी के साथ होता है। VF7 का बड़ा पैक लंबी हाईवे ड्राइव के लिए बेहतर मानसिक सुकून देगा, खासकर अगर चार्जर के बीच दूरी ज्यादा है।

कंफर्ट और यूज़र-एक्सपीरियंस पर भी VinFast ने मेहनत की है। VF6 का केबिन क्लीन और फैमिली-ओरिएंटेड दिखता है—सीटिंग पोजिशन ऊंची, जिससे विज़िबिलिटी अच्छी रहती है। VF7 में प्रीमियम टच-एंड-फील पर ज्यादा ध्यान है—छत का ग्लास पैनल, क्वालिटी साउंड और HUD मिलकर ‘लॉन्ग-हॉल’ ड्राइव्स को हल्का बनाते हैं।

सेफ्टी? VF7 में लेवल-2 ADAS पैकेज खास है—एडेप्टिव क्रूज़, लेन-कीपिंग और ऑटो इमरजेंसी ब्रेकिंग सरीखी मदद लंबी यात्राओं में थकान घटाती है। VF6 में भी रोज़मर्रा के लिए जरूरी सक्रिय सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। भारत में सेफ्टी रेटिंग्स और क्रैश-टेस्ट का महत्व लगातार बढ़ रहा है, इसलिए लोकल टेस्ट-डेटा सामने आते ही तस्वीर और साफ होगी।

मुकाबला कौन? एंट्री-टू-मिड ईवी SUV सेगमेंट में Tata Nexon EV और Mahindra XUV400 सबसे सीधे टक्कर में दिखेंगी। ऊपर की ओर MG ZS EV और Hyundai के मॉडल खरीदारों के रडार पर आते हैं। VinFast ने कीमत और वारंटी-चार्जिंग बेनिफिट्स से ‘वैल्यू’ का फॉर्मूला पकड़ा है। यही कारक ग्राहकों को शोरूम तक लाएंगे।

चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर अभी भी ‘वर्क-इन-प्रोग्रेस’ है। फ्री चार्जिंग 2028 तक एक तरह का ‘एडॉप्शन नज’ है—पहली बार ईवी लेने वालों का डर कम करता है। लेकिन रोजमर्रा की सुविधा तब ही बढ़िया होती है जब घर या दफ्तर में चार्जिंग पॉइंट हो। जिनके पास यह विकल्प नहीं, उनके लिए कंपनी के पार्टनर चार्जर्स और पब्लिक नेटवर्क की घनत्व मायने रखेगी।

टोटल कॉस्ट ऑफ ओनरशिप (TCO) पर नजर डालें तो लो-रनिंग-कॉस्ट ईवी की सबसे बड़ी ताकत है। यहां फ्री चार्जिंग और 10 साल/2 लाख किमी वारंटी बड़ा बोनस है। बैटरी डिग्रेडेशन, सॉफ्टवेयर अपडेट्स और रीसेल वैल्यू—ये तीन “अनजान” फैक्टर अक्सर खरीदारों को रोकते हैं। लंबा वारंटी-कवर और 3 साल फ्री मेंटेनेंस इन चिंताओं को घटाते हैं, और सेकंड-हैंड मार्केट में भरोसा बनाने में मदद करेंगे।

मैन्युफैक्चरिंग और लोकलाइजेशन की बात करना जरूरी है। अभी कंपनी ने बैटरी केमिस्ट्री और लोकल कंटेंट रेशियो विस्तार से सार्वजनिक नहीं किया है। अगले चरणों में सेल-मॉड्यूल, ड्राइवट्रेन और सॉफ्टवेयर लोकलाइजेशन बढ़ता है तो लागत और सप्लाई चेन दोनों के लिहाज से भारत को फायदा मिलेगा। तमिलनाडु पहले ही ऑटो और ईवी सप्लायर इकोसिस्टम का हब बन चुका है—यह VinFast की योजना के अनुकूल है।

नीति (पॉलिसी) का एंगल दिलचस्प है। केंद्र और कई राज्य ईवी को बढ़ावा दे रहे हैं—टैक्स इंसेंटिव, रजिस्ट्रेशन छूट, चार्जिंग के लिए भूमि/कैपेक्स सपोर्ट जैसे प्रोत्साहन दिखते हैं। लेकिन आयात-आधारित रूट के बजाय स्थानीय उत्पादन चुनना लंबी अवधि में जॉब्स, वेंडर डेवलपमेंट और एक्सपोर्ट की संभावना बढ़ाता है। यही कारण है कि VinFast का कदम ‘कम्फर्टेबल शॉर्टकट’ छोड़कर ‘कठिन मगर टिकाऊ’ रास्ते पर चलना लगता है।

ब्रांड-ट्रस्ट बनाने में आफ्टर-सेल्स नेटवर्क निर्णायक रहेगा। 35 आउटलेट का प्लान एक शुरुआत है, पर असली परीक्षा तब होगी जब छोटे शहरों में ग्राहक सपोर्ट, स्पेयर पार्ट्स और बॉडी-शॉप की जरूरत पड़ेगी। ईवी में सॉफ्टवेयर-डायग्नॉस्टिक्स और रिमोट सपोर्ट की अहमियत ज्यादा है—यहां तेज रिस्पॉन्स और OTA फिक्स ब्रांड की साख बनाएंगे।

कंपनी की दीर्घकालिक प्लानिंग सिर्फ पैसेंजर कार तक सीमित नहीं। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स, कमर्शियल व्हीकल्स और चार्जिंग नेटवर्क में एंट्री की तैयारी है। यह रणनीति साफ करती है कि VinFast भारत को ‘सिंगल-प्रोडक्ट’ बाजार नहीं, बल्कि मल्टी-सेगमेंट प्ले के रूप में देख रहा है। यहां तक कि हॉस्पिटैलिटी जैसे नए सेगमेंट में कदम रखने के संकेत भी आए हैं—ब्रांड डायवर्सिफिकेशन का यह मॉडल अक्सर बड़े समूह अपनाते हैं, ताकि बिज़नेस रिस्क फैलाया जा सके।

आखिरी सवाल—खरीदार किसे देखें? शहर में रोज़मर्रा, कभी-कभार हाईवे और बजट-फोकस—तो VF6 के अर्थ/विंड वेरिएंट समझदार लगते हैं। लंबी हाईवे रूटीन, फीचर-हंगर, और परफॉर्मेंस/एडब्ल्यूडी की चाह—तो VF7 का बड़ा बैटरी पैक और हाईयर ट्रिम ज्यादा फिट बैठेगा।

भारत का ईवी बाजार अब ‘एक्सपेरिमेंट’ से आगे बढ़ चुका है। असली खेल वैल्यू, भरोसा और सर्विस का है। VinFast ने कीमत, वारंटी और फ्री चार्जिंग से ठीक वहीं वार किया है जहां ग्राहक सबसे ज्यादा सोचता है। अब बारी सड़कों और चार्जिंग प्वाइंट्स पर रोजमर्रा के अनुभव की है—वही तय करेगा कि यह लॉन्च ‘मोमेंट’ बनता है या ‘मूवमेंट’।