कर्नाटक में बड़ा निवेश: iPhone संयंत्र निर्माण के लिए Foxconn के साथ सरकार की अहम बैठक

कर्नाटक में बड़ा निवेश: iPhone संयंत्र निर्माण के लिए Foxconn के साथ सरकार की अहम बैठक

कर्नाटक में बड़ा निवेश: iPhone संयंत्र निर्माण के लिए Foxconn के साथ सरकार की अहम बैठक

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने Foxconn के CEO यंग लियू के साथ चर्चा की। यह बैठक राज्य में Foxconn की योजनाओं के विस्तार और निवेश को लेकर थी। इस महत्वपूर्ण बैठक में कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, उद्योग और अवसंरचना विकास मंत्री एमबी पाटिल, सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खड़गे, वाणिज्य और उद्योग विभाग के मुख्य सचिव डॉ. सेल्वकुमार एस., और औद्योगिक विकास आयुक्त गुंजन कृष्ण भी शामिल थे।

प्रोजेक्ट एलिफेंट: कर्नाटक में iPhone निर्माण संयंत्र

Foxconn, जिसे हुन हाई प्रीसिशन इंडस्ट्री कंपनी लिमिटेड के नाम से भी जाना जाता है, ने कर्नाटक में 'प्रोजेक्ट एलिफेंट' नामक एक बड़े मोबाइल फोन असेंबली संयंत्र की स्थापना की योजना बनाई है। इस परियोजना के लिए 300 एकड़ भूमि का चयन किया गया है, जो डोड्डा बल्लापुर और देवनहल्ली तालुक में स्थित है। इस निवेश के तहत Foxconn 22,000 करोड़ रुपये लगाएगा और साथ ही यह परियोजना 40,000 से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न करेगी।

बड़ी योजनाओं की ओर कदम बढ़ाते हुए, Foxconn ने इस परियोजना की निर्माण प्रक्रिया कम समय में शुरू कर दी है। वाणिज्य और उद्योग विभाग इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए आवश्यक अनुमोदनों और आवश्यक सुविधाओं की सुचारु आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा है, जिसमें बिजली और पानी जैसी बुनियादी आवश्यकताएं शामिल हैं।

स्टेट सरकार और Foxconn की सामरिक साझेदारी

मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने बैठक के दौरान Foxconn के निवेश को कर्नाटक राज्य के लिए महत्त्वपूर्ण मानते हुए कहा कि यह निवेश राज्य की आर्थिक वृद्धि को तेज करेगा और हजारों नौकरियों को उत्पन्न करने का रास्ता साफ करेगा। इससे कर्नाटक को वैश्विक प्रौद्योगिकी निवेशकों के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में मजबूत करेगा।

इस परियोजना के आरंभ के साथ ही, राज्य सरकार और Foxconn ने पिछले वर्ष एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के तहत Foxconn ने प्रारंभिक रूप से 1 अरब डॉलर का निवेश करने की मंजूरी दी थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 1.7 अरब डॉलर कर दिया गया।

आवश्यक मंजूरियों और सुविधाओं का प्रावधान

वाणिज्य और उद्योग विभाग ने इस परियोजना के लिए आवश्यक सभी अनुमतियां प्राप्त की हैं और साथ ही स्थल पर बिजली और पानी जैसी आवश्यक सुविधाओं की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। Foxconn की योजनाएं केवल iPhone असेंबली संयंत्र तक सीमित नहीं हैं, बल्कि कंपनी ने कर्नाटक में इलेक्ट्रिक वाहन अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किए जाने वाले मैकेनिकल कंपोनेंट्स के निर्माण और असेंबली सुविधा की भी स्थापना की योजना बनाई है, जिसे 'प्रोजेक्ट चीता' के नाम से जाना जा रहा है।

इस परियोजना के लिए भी भूमि की आवंटन प्रक्रिया शुरू की गई है और यह परियोजना भी कर्नाटक के औद्योगिक क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने का वादा करती है। Foxconn का यह निवेश राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा करने के साथ-साथ उच्च प्रौद्योगिकी विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ावा देगा।

कर्नाटक सरकार और Foxconn के बीच यह सामरिक साझेदारी राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास को गति प्रदान करेगी और साथ ही कर्नाटक को एक वैश्विक तकनीकी नवाचार के हब के रूप में स्थापित करेगी।

वैश्विक निवेशकों के लिए कर्नाटक का आकर्षण

इस बैठक से यह स्पष्ट हो जाता है कि कर्नाटक न केवल देश के भीतर बल्कि वैश्विक स्तर पर भी तकनीकी निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बनता जा रहा है। मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने कहा कि इस प्रकार के निवेश से न केवल राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी बल्कि यहां के युवाओं को भी रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।

यंग लियू की बेंगलुरु यात्रा के पहले अवसर पर आयोजित इस बैठक ने राज्य के प्रौद्योगिकी और उद्योग विकास के नए आयाम खोले हैं। कर्नाटक की यह महत्वाकांक्षी परियोजना आने वाले वर्षों में राज्य को एक नया उद्योगिक हब बनाने की दिशा में बड़ी भूमिका निभाएगी।

आखिरकार, Foxconn के इस निर्णय से स्पष्ट होता है कि कर्नाटक भविष्य में एक महत्त्वपूर्ण तकनीकी और औद्योगिक केंद्र बनने जा रहा है, जहां न केवल निवेशकों के लिए अनुकूल वातावरण होगा बल्कि युवा प्रतिभाओं के लिए भी एक मजबूत मंच मिलेगा।

20 टिप्पणि

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    Manoranjan jha

    अगस्त 19, 2024 AT 21:42
    ये तो बड़ी बात है। 40,000 नौकरियां सिर्फ iPhone असेंबली से? कर्नाटक अब तक का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स हब बन रहा है।
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    ayush kumar

    अगस्त 20, 2024 AT 10:48
    अरे भाई, ये सब तो बस दिखावा है! जब तक यहां के युवाओं को ट्रेनिंग नहीं मिलेगी, तब तक ये नौकरियां बाहरी लोगों के लिए ही रहेंगी। ये तो बस एक नया बाजार बना रहे हैं, नहीं तो जनता को क्या मिलेगा?
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    Soham mane

    अगस्त 21, 2024 AT 20:27
    ये तो अच्छी खबर है। जब तक ये निवेश बना रहेगा, तब तक हमारे बच्चे बेंगलुरु में ही रहकर काम कर पाएंगे। अब दिल्ली या बॉम्बे भागने की जरूरत नहीं।
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    Neev Shah

    अगस्त 22, 2024 AT 01:17
    इस प्रोजेक्ट एलिफेंट की तुलना में तो टेस्ला के गेटवे फैक्ट्रीज भी एक छोटी सी बच्चों की खिलौना लगती हैं। Foxconn के इस निवेश का अर्थ है कि भारत अब ग्लोबल सप्लाई चेन का अंग बन गया है, और नहीं बस एक बाजार।
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    Chandni Yadav

    अगस्त 23, 2024 AT 17:39
    यहाँ तक की आंकड़े भी गलत हैं। 40,000 रोजगार का दावा? आप जानते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक्स असेंबली में 70% नौकरियां अस्थायी होती हैं? ये सिर्फ श्रमिकों को ठगने का नया तरीका है।
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    Raaz Saini

    अगस्त 24, 2024 AT 05:22
    अब ये सब किसके लिए हो रहा है? क्या आपको पता है कि ये कंपनियां जब तक लाभ नहीं कमातीं, तब तक यहां के लोगों को नौकरी नहीं देतीं? ये तो बस एक बड़ा धोखा है।
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    Dinesh Bhat

    अगस्त 26, 2024 AT 04:47
    Project Cheetah के बारे में कुछ और जानकारी चाहिए। क्या ये EV के लिए कंपोनेंट्स बनाएंगे? अगर हां, तो क्या ये भारतीय कंपनियों के साथ काम करेंगे या सिर्फ अपने लिए?
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    Kamal Sharma

    अगस्त 26, 2024 AT 14:18
    हमारे देश में ऐसे निवेश आने का मतलब है कि हम अपनी पहचान बना रहे हैं। पर इसके लिए हमें अपनी संस्कृति को भी संरक्षित रखना होगा। नौकरियां तो आएंगी, पर हमारे बच्चों की पहचान बनी रहे ये भी जरूरी है।
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    Himanshu Kaushik

    अगस्त 26, 2024 AT 22:44
    बहुत अच्छा हुआ। अब लोग बेंगलुरु में ही रहेंगे, बाहर नहीं जाएंगे। घर पर नौकरी मिल जाएगी, ये बहुत बड़ी बात है।
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    Sri Satmotors

    अगस्त 28, 2024 AT 06:57
    ये बहुत अच्छा है। उम्मीद है कि ये नौकरियां सभी के लिए मिलेंगी, न कि सिर्फ कुछ लोगों के लिए।
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    Sohan Chouhan

    अगस्त 29, 2024 AT 11:00
    yeh sab fake hai. foxconn ke paas koi tech nahi hai, bas cheap labor ke liye aaya hai. aur government bhi unki aankhein band karke bhaag rahi hai. #fakeproject
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    SHIKHAR SHRESTH

    अगस्त 29, 2024 AT 19:55
    इस परियोजना के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है... बिजली और पानी की आपूर्ति भी निरंतर है... यहां तक कि Project Cheetah के लिए भी योजना बन रही है... इस तरह के विकास के लिए धन्यवाद...
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    amit parandkar

    अगस्त 31, 2024 AT 05:18
    अगर ये निवेश असली है, तो फॉक्सकॉन क्यों नहीं बता रहा कि ये iPhone कहां से लाएंगे? क्या ये सब अमेरिका से आएंगे? अगर हां, तो ये तो बस एक बड़ा बाजार है, न कि निर्माण। ये सब एक बड़ी चाल है।
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    Annu Kumari

    सितंबर 1, 2024 AT 23:59
    मुझे लगता है कि ये बहुत अच्छा है... लेकिन क्या हम युवाओं को ट्रेनिंग दे पाएंगे? अगर नहीं, तो ये नौकरियां बाहरी लोगों के लिए ही रह जाएंगी।
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    haridas hs

    सितंबर 2, 2024 AT 06:18
    इस परियोजना के लिए निवेश की राशि 22,000 करोड़ रुपये है, जिसमें से केवल 15% भारतीय श्रमिकों को नौकरी मिलेगी। शेष 85% के लिए विदेशी तकनीशियनों को आमंत्रित किया जाएगा। यह एक निर्माण नहीं, बल्कि एक वैश्विक श्रम अपशिष्ट निकासी है।
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    Shiva Tyagi

    सितंबर 3, 2024 AT 15:21
    हमने अपने देश को विदेशी कंपनियों के लिए बेच दिया है। ये निवेश नहीं, एक नया उपनिवेश है। जब तक हम अपनी आत्मनिर्भरता पर विश्वास नहीं करेंगे, तब तक ये सब बस एक धोखा होगा।
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    Pallavi Khandelwal

    सितंबर 4, 2024 AT 23:15
    अरे ये तो बस एक निर्माण नहीं, एक अपराध है! ये निवेश कर्नाटक के जंगलों को नष्ट कर रहा है, और फिर ये दावा कर रहे हैं कि ये विकास है! जनता को ये सब क्यों बताया नहीं जा रहा?
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    Mishal Dalal

    सितंबर 5, 2024 AT 03:03
    हमारे देश के लिए ये एक नया इतिहास लिख रहा है! अब हम दुनिया के लिए नहीं, बल्कि अपने लिए बना रहे हैं! जय हिंद!
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    Pradeep Talreja

    सितंबर 5, 2024 AT 05:39
    इस निवेश के बाद भी बेंगलुरु में पानी की समस्या नहीं हल होगी। ये सब बस दिखावा है।
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    Rahul Kaper

    सितंबर 6, 2024 AT 16:46
    ये निवेश बहुत अच्छा है, लेकिन अगर हम युवाओं को ट्रेनिंग नहीं देंगे, तो ये सब बेकार हो जाएगा। अच्छी नौकरी तो बस एक हिस्सा है, बाकी तो उन्हें सीखने का मौका चाहिए।

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