खुशदिल शाह का रिकॉर्ड: पाकिस्तान के लिए सबसे तेज़ टी20 शतक
युवा क्रिकेटर खुशदिल शाह ने 2020 के नेशनल टी20 कप में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए मात्र 35 गेंदों पर शतक बनाकर पाकिस्तानी क्रिकेट के इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कर लिया। यह शतक ना केवल शाह के लिए एक व्यक्तिगत उपलब्धि थी, बल्कि यह उनकी टीम, साउदर्न पंजाब के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ।
खुशदिल के इस तूफानी पारी में नौ छक्के और आठ चौके शामिल थे, जिससे उन्होंने साउदर्न पंजाब को सिंध के खिलाफ एक महत्वपूर्ण स्थिति में ला दिया। जब उनके टीम का स्कोर 43-4 पर संघर्ष कर रहा था, तब खुशदिल मैदान पर उतरे और अपने आक्रामक खेल से एक असंभव लगने वाली जीत को संभव बना दिया।
उनका यह प्रदर्शन पूर्व में अहमद शहजाद द्वारा बनाए गए 40 गेंदों में शतक के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए सामने आया। यह केवल पाकिस्तान का नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी पांचवां सबसे तेज़ टी20 शतक है। इस सूची में अन्य नामों में भारत के रोहित शर्मा और दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर शामिल हैं।
यह आश्चर्य की बात थी कि शतक पूरे करते ही खुशदिल शाह अगले ही गेंद पर आउट हो गए, लेकिन तब तक उन्होंने खेल का नक्शा ही बदल दिया था। उनकी इस पारी ने उन्हें एक विस्फोटक मध्यक्रम बल्लेबाज के रूप में स्थापित कर दिया है और यह पाकिस्तानी क्रिकेट में एक यादगार दिन बना।
Raghvendra Thakur
अप्रैल 6, 2025 AT 23:0635 गेंदों में शतक? ये तो बस बल्ले की आवाज़ है, दिमाग की नहीं।
Vishal Raj
अप्रैल 8, 2025 AT 00:28इस तरह के पलों में ही क्रिकेट की जान होती है। एक बच्चा जो अपने घर के छत पर गेंद मारता है, वो कभी नहीं सोचता कि एक दिन वो देश के लिए इतिहास बनाएगा। खुशदिल ने सिर्फ रन नहीं बनाए, उम्मीद जगाई।
Reetika Roy
अप्रैल 8, 2025 AT 22:18इस पारी को देखकर लगता है कि क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, एक अनुभव है। जब टीम 43 पर 4 विकेट पर थी, तब एक बल्लेबाज का फैसला पूरे मैच को बदल सकता है।
Pritesh KUMAR Choudhury
अप्रैल 9, 2025 AT 05:27अगली गेंद पर आउट हो जाना भी एक कला है। जैसे कोई चित्रकार अपनी पेंटिंग को अधूरा छोड़ दे, लेकिन उसकी बाकी बनी तस्वीर देखकर लोग रुक जाएं। खुशदिल ने ऐसा ही किया।
Mohit Sharda
अप्रैल 10, 2025 AT 14:05इस शतक के बाद लोग बस रिकॉर्ड देख रहे हैं, लेकिन इसकी असली बात ये है कि एक युवा लड़का ने अपने आप को दुनिया के सामने साबित कर दिया। उसकी जीत सिर्फ टीम की नहीं, उसके घर की, उसके गाँव की, उसके सपनों की है।