RBI के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास बने पीएम मोदी के प्रधान सचिव

शक्तिकांत दास का नया बदलाव
आरबीआई के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। इस बदलाव से प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक परिवर्त्तन आया है। 1980 बैच के आईएएस अधिकारी दास ने दिसंबर 2023 में आरबीआई गवर्नर के रूप में अपना छह साल का कार्यकाल पूरा किया था। उनका नया पद प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल के साथ जुड़ा होगा या अगले आदेश तक रहेगा।
अपने गवर्नर कार्यकाल के दौरान दास ने भारत की मौद्रिक नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, खासकर कोविड-19 महामारी के समय। उन्होंने वित्तीय क्षेत्र को स्थिर करने और आर्थिक व्यवधानों को कम करने के लिए स्थितिज उपाय और विनियामक सुधार पेश किए। इसके अलावा, उन्होंने वस्तु एवं सेवा कर (GST) के कार्यान्वयन और विमुद्रीकरण जैसी आर्थिक सुधारों में भी योगदान दिया था, जब वे 2017 में आर्थिक मामलों के सचिव थे।

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दास की भूमिका
शक्तिकांत दास ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत का भी प्रतिनिधित्व किया है। वे जी20 में भारत के शेरपा के रूप में हैम्बर्ग और ब्यूनस आयर्स शिखर सम्मेलनों में शामिल हुए। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) और BRICS बैठकों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया। उनके करियर में वाणिज्यिक कर आयुक्त और तमिलनाडु में उद्योगों के प्रधान सचिव जैसे कई प्रमुख पद शामिल रहे हैं।
1957 में ओडिशा में जन्मे शक्तिकांत ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास की पढ़ाई की और यूनिवर्सिटी ऑफ बर्मिंघम से पब्लिक ऐडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स किया। उनकी नियुक्ति उनके आर्थिक नीति और शासन में गहन अनुभव को दर्शाती है, जो अब पीएमओ की रणनीतिक निर्णय लेने की प्रक्रिया को मजबूत करेगा।