आईपिो क्या है? सरल भाषा में पूरा गाइड
अगर आप शेयर बाजार की बात सुनते‑सुनते थक गए हों तो शायद आपने आईपीओ शब्द सुना होगा। यह वह प्रक्रिया है जब कोई कंपनी पहली बार सार्वजनिक हो कर अपने हिस्से जनता को बेचती है। आसान शब्दों में कहें तो, कंपनियां अपना पूँजी जुटाने के लिए आपको अपना हिस्सा खरीदने का मौका देती हैं।
आईपीओ का मुख्य उद्देश्य दो चीज़ें होती हैं – कंपनी को विस्तार या नया प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए धन मिलना और निवेशकों को संभावित रिटर्न कमाना। जब आप आईपीओ में शेयर खरीदते हैं, तो आप कंपनी के हिस्से‑दार बन जाते हैं और उसका हिस्सा आपका लाभ भी हो सकता है।
2025 के प्रमुख आईपीओ कौन से हैं?
इस साल भारत में कई बड़े नामों ने अपना आईपीओ लॉन्च किया या करने वाले हैं। कुछ लोकप्रिय कंपनियों में टेक स्टार्ट‑अप, हेल्थकेयर फर्म और रियल एस्टेट डेवलपर शामिल हैं। उदाहरण के तौर पर, मुजिब उर रहमान की टीम से जुड़ी नई फ्रेंचाइज़ ने आईपीओ किया और निवेशकों को जल्दी ही शेयर मिल गए। ऐसे अवसरों में जल्द‑बाज़ी करना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि शुरुआती कीमत अक्सर किफ़ायती रहती है।
ध्यान रखें कि हर आईपीओ में जोखिम भी होता है। कंपनी का बिजनेस मॉडल, मार्केट की स्थिति और वित्तीय रिपोर्ट देखना जरूरी है। अगर आप नहीं जानते तो वित्तीय सलाहकार से मदद ले सकते हैं।
आईपिो में कैसे आवेदन करें – आसान स्टेप बाय स्टेप
सबसे पहले एक डिमैट अकाउंट खोलिए, क्योंकि शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखना ज़रूरी है। उसके बाद अपने बैंक से लिंक्ड ट्रेडिंग अकाउंट बनाइए। अधिकांश ब्रोकर्स की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर "IPO" सेक्शन मिलता है जहाँ आप आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन के समय आपको ये जानकारी देनी होगी: कंपनी का बेंचमार्क प्राइस, कितने शेयर चाहिए और किस कीमत पर। एक बार सब कुछ भर दें तो आपका ऑर्डर कन्फ़र्म हो जाएगा। आमतौर पर 15‑20 दिन में allotment (असाइनमेंट) की पुष्टि मिलती है। यदि आपके आवेदन को पूरी तरह नहीं माना गया, तो बकाया राशि वापस आ जाएगी।
ध्यान रखें कि आप जितना पैसा लगाते हैं, वह पूरी तरह वापसी नहीं भी हो सकता अगर शेयरों की कीमत गिर जाए। इसलिए हमेशा ऐसा निवेश करें जो आपके बजट में फिट बैठता हो और बड़ी रकम न लगाएँ।
सारांश में, आईपीओ एक अच्छा मौका हो सकता है अगर आप कंपनी का बुनियादी विश्लेषण कर लें और सही समय पर आवेदन करें। छोटे‑छोटे टिप्स जैसे: डिमैट अकाउंट तैयार रखें, ब्रोकर्स की फीस देखिए और अपने पोर्टफोलियो को विविध बनाइए – इनसे जोखिम कम होगा।
अब जब आप आईपीओ की पूरी तस्वीर समझ गए हैं, तो अगली बार जब नया ऑफर आए तो बेझिझक कदम उठाएँ। आपका निवेश आपके ज्ञान से ही सुरक्षित रहेगा।

गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड ने स्टॉक एक्सचेंजों पर फ्लैट लिस्टिंग के साथ शुरुआत की, जो निवेशकों की उम्मीदों से कम रही। कंपनी के शेयर ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर सिर्फ 5.15% की प्रीमियम के साथ 286 रुपये पर शुरुआत की, जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 3.35% की प्रीमियम के साथ 281.10 रुपये पर शुरुआत की। विशेषज्ञों ने निवेशकों को होल्ड करने या मुनाफा बुक करने की सलाह दी है।
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