राजनीति – आज की ताज़ा ख़बरें
राजनीति हर दिन बदलती रहती है, और हमें वही चाहिए जो जल्दी से समझ में आ जाए. इस पेज पर हम भारत के मुख्य राजनीतिक घटनाओं को सरल शब्दों में पेश करेंगे, ताकि आप बिना झंझट के सब कुछ जान सकें.
मुख्य राजनीतिक घटनाएँ
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 20 फरवरी को शपथ ली. बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा में ऐतिहासिक जीत हासिल कर रही है और अब वह राज्य का सबसे बड़ा नेता बन गया है. यह बदलाव लोगों के भरोसे और पार्टी की रणनीति दोनों को दिखाता है.
केंद्रीय सरकार ने नई एकीकृत पेंशन योजना (UPS) की घोषणा की, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी. इस योजना में सरकारी कर्मचारियों को नौकरी के बाद गारंटीड पेंशन मिलेगी और यह कई लोगों के भविष्य को सुरक्षित करने का वादा करती है.
शक्तिकांत दास, पूर्व RBI गवर्नर, अब प्रधान मंत्री मोदी के मुख्य सचिव बने हैं. उनकी नियुक्ति से वित्तीय नीतियों में विशेषज्ञता लाने की उम्मीद है, खासकर कोविड-19 बाद की आर्थिक पुनःस्थापना में.
भारत‑पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर पर हुए वार्तालापों ने तुरंत शांति का संकल्प दिया. दोनों देशों ने सीमा तनाव को कम करने और कश्मीर मुद्दे पर संवाद जारी रखने का वादा किया, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता की नई उम्मीद बनी.
केंद्रीय सरकार द्वारा घोषित नई पेंशन योजना के साथ ही कई राज्य सरकारों ने भी अपने कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त福利 (भत्ते) शुरू किए हैं. ये कदम रोजगार सुरक्षा को बढ़ाते हुए जनसंतुष्टि में इज़ाफा करते हैं.
राजनीति को समझने के आसान टिप्स
हर दिन की खबरों को ट्रैक करने के लिए मोबाइल पर अलर्ट सेट करें और भरोसेमंद स्रोत, जैसे अल्टस संस्थान, से अपडेट पढ़ें. छोटे नोट्स बनाकर प्रमुख बिंदुओं को याद रखें – इससे चुनाव परिणाम या नई नीति का असर जल्दी समझ में आएगा.
राजनीतिक घोषणाओं के पीछे की वजह जानने की कोशिश करें: क्या यह आर्थिक सुधार है, सामाजिक न्याय है या सिर्फ वोट जीतने की चाल? सवाल पूछना आपको गहराई से सोचने में मदद करेगा और खबरें सिर्फ तथ्य नहीं लगेंगी.
समाप्ति में याद रखें कि राजनीति का असर रोज़मर्रा की जिंदगी पर पड़ता है – चाहे वह कर में बदलाव हो या नौकरी के अवसर. इसलिए हर नई घोषणा को अपने जीवन पर कैसे प्रभाव डाल सकती है, यह देखना ज़रूरी है.

फ्रांस के मध्यमार्गी नेता राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के नेतृत्व से अपनी 'मुक्ति' पा रहे हैं। यह बदलाव मैक्रॉन के बहुमत पाने में नाकाम रहने के बाद हुआ है। केंद्र की राजनीति में नई स्वतंत्रता देखने को मिल रही है जिसमें प्रमुख नेताओं जैसे कि एडुआर्ड फिलिप और फ्रांस्वा बायरू शामिल हैं। इससे देश की राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव और अधिक सहयोगात्मक सरकार की संभावना है।
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