रेलवे बजट 2024 – क्या नया है और आपका सफ़र कैसे बदल सकता है?
फेब्रुअरी के आखिर में केंद्र ने रेल बजट पेश किया। इस बार का बजट लगभग 2.3 ट्रिलियन रुपये की कुल योजना पर आधारित है। सरकार ने कहा कि ये पैसा नई ट्रेनें, स्टेशन अपग्रेड और ऊर्जा बचत वाले प्रोजेक्ट्स में लगाया जाएगा। चलिए देखते हैं कौन‑से बदलाव आपके रोज़मर्रा के सफ़र को असर करेंगे।
मुख्य पहलें और निवेश
सबसे पहले बात करते हैं बड़े प्रोजेक्ट की। हाई‑स्पीड रेल कॉरिडोर को 1 ट्रिलियन रुपये की मंजूरी मिली है, जिसमें दिल्ली‑आगरा, अहमदाबाद‑मुंबई जैसे रूट शामिल हैं। इन रास्तों पर ट्रेनें अब 300 किमी/घंटा तक चलेंगी, जिससे यात्रा का समय आधा हो जाएगा।
दूसरी बड़ी ख़बर स्टेशन मॉडर्नाइज़ेशन की है। 500 से अधिक पुराने स्टेशन को डिजिटल साइन बोर्ड, स्वचालित टिकटिंग और बेहतर सुरक्षा कैमरों से लैस किया जाएगा। छोटे शहरों के लिए नई डेम्युटराइज्ड लाइनें जोड़ने का प्लान भी है जिससे स्थानीय ट्रेनें तेज़ चल सकेंगी।
ऊर्जा की बात करें तो 70% ट्रैक को पूरी तरह इलेक्ट्रिक बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे डीजल खर्च कम होगा और पर्यावरण पर असर घटेगा। साथ ही, सोलर पैनल से स्टेशन में बिजली सप्लाई करने की योजना जल्द लागू होगी।
यात्रियों के लिए असर
अब टिकट कीमतों का सवाल है। बजट में कहा गया कि सामान्य वर्ग की किराया वृद्धि केवल 5% तक सीमित रहेगी, जबकि एसी और लक्सरी क्लास में थोड़ा ज्यादा बढ़ोतरी हो सकती है। लेकिन नई ट्रेनों की तेज़ गति और कम भीड़ के कारण कुल मिलाकर यात्रा आरामदायक बन जाएगी।
अगर आप रोज़मर्रा की कम्यूटिंग करते हैं तो सबरर्बन रूट्स पर ट्रेन फ्रीक्वेंसी बढ़ेगी। कुछ प्रमुख शहरों में हर 10 मिनट में एक ट्रेन चलेगी, जिससे देर से काम पर पहुँचने का डर खत्म होगा।
बजट ने डिजिटल सुविधाओं को भी आगे बढ़ाया है। अब आप मोबाइल ऐप से रियल‑टाइम ट्रेन स्थिति देख सकते हैं और टिकट बुकिंग के साथ-साथ सीट अपग्रेड भी कर सकते हैं। ये सुविधा विशेषकर यात्रा की योजना बनाते समय काम आएगी।
सुरक्षा पर भी ध्यान दिया गया है। सभी प्रमुख स्टेशनों में एआई‑आधारित निगरानी कैमरे लगाए जाएंगे जो असामान्य व्यवहार को तुरंत पहचानेंगे। इस कदम से चोरी‑डकैती और अनधिकृत प्रवेश कम होगा।
संक्षेप में, रेल बजट 2024 आपका सफ़र तेज़, सस्ता और सुरक्षित बनाने की दिशा में कई ठोस कदम उठाता है। अगर आप इन बदलावों को समझते हैं तो अपनी यात्रा की योजना आसानी से बना सकते हैं। अभी के लिए बस इतना ही – आगे का इंतज़ार करें जब नई ट्रेनें ट्रैक पर दौड़ेंगी!

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 2024-25 के बजट भाषण में रेलवे की चर्चा केवल एक बार हुई। इसमें आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के तहत औद्योगिक गलियारों में रेलवे सहित आवश्यक अवसंरचना को निधि देने की बात कही गई। न तो नई ट्रेनों की घोषणा हुई, न ही मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन पर कोई प्रगति की जानकारी दी गई। रेलवे मंत्रालय का लक्ष्य 100 प्रतिशत विद्युतीकरण और नए ट्रैक बिछाने का है।
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